अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि योगी जितनी बार मिल्कीपुर आएंगे, भाजपा का वोट उतना ही कम होता जाएगा। यहां भाजपा की जमानत जब्त हो जाएगी। फिर उन्होंने आगे कहा कि यूपी में कानून का राज पूरी तरह से खत्म हो गया है और जंगलराज कायम है। चोरी-डकैती, रंगदारी, रेप जैसे अपराध हो रहे हैं। आम लोगों का घर गिराया जा रहा है।
इसका संज्ञान हमारे नेता अखिलेश लोकसभा में मजबूती से उठाएंगे। आपको बता दें कि कल यानी गुरुवार को सीएम योगी मिल्कीपुर में रहेंगे। इससे पहले अवधेश प्रसाद ने यह बयान दिया है।
मिल्कीपुर में भाजपा की जमानत यदि बची तो अजूबा होगा
अवधेश प्रसाद ने कहा कि- मिल्कीपुर में भाजपा यदि अपनी जमानत बचाने में कामयाब हुई, तो एक अजूबा होगा। लेकिन ऐसा यहां नहीं होने वाला है। भाजपा यहां अपने उम्मीदवार की घोषणा तक नहीं कर पा रही है। किसान कानून व्यवस्था को लेकर मंगलवार को मैं मिल्कीपुर में धरना पर बैठुंगा।
वहीं अवधेश प्रसाद ने अयोध्या के रौनाही गैंगरेप कांड पर पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। कहा- घटना दुखद और दर्दनाक है, जिसकी शब्दों में निंदा नहीं हो सकती है। इन आरोपियों को फांसी भी हो तो कम है। भाजपा राज्य में सभी परेशान हैं।
गोशालाओं की हालत खराब
सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि गौशालाओं की हालत बहुत खराब है। गोशाला में चारा नहीं है। वहां गायें मर रही हैं। यहां कोई ध्यान देने वाला नहीं है। सपा आंदोलन की कोख से पैदा हुई है। आज नेताजी मुलायम सिंह यादव इस दुनिया में नहीं हैं। मुलायम सिंह संघर्ष के प्रतीक थे। हम लोग उनके विचारधारा से जुड़े हुए हैं। समाजवादी पार्टी हर मुद्दे पर आंदोलन और सत्याग्रह करती है।
मिल्कीपुर का सियासी समीकरण क्या है…
मिल्कीपुर से सपा विधायक अवधेश प्रसाद फैजाबाद (अयोध्या) सीट से सांसद बन गए हैं। लोकसभा 2024 रिजल्ट के यदि मिल्कीपुर के नतीजे देखें, तो यहां सपा को 95,612 वोट मिले हैं। मिल्कीपुर में पिछले तीन विधानसभा चुनाव में दो बार सपा और एक बार भाजपा ने जीत दर्ज की है।
ऐसे में सपा यहां मजबूत है। हालांकि, अयोध्या गैंगरेप केस के बाद भाजपा को बढ़त जरूर मिली है। सपा यहां से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को और भाजपा बाबा गोरखनाथ को मैदान में उतार सकती है।
जातीय समीकरण
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर अनुसूचित जाति के वोटर्स की संख्या अधिक हैं। सामान्य वर्ग के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं। इसके साथ ही मुस्लिम वोटर्स के संख्या भी अच्छी तादाद में यहां है।