अयोध्या जिले में आई फ्लू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शहर से लेकर गांव और गली-मोहल्ले से लेकर सड़कों पर आपको काला चश्मा लगाए लोग दिख जाएंगे। आलम यह है कि फ्लू के बढ़ते ही आई ड्रॉप की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हो गया है। आम दिनों में आठ से दस प्रतिशत तक बिकने वाली आई ड्रॉप की मांग 80 प्रतिशत बढ़ गई है। सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में अधिकतर मरीज आई फ्लू के ही आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर एडवाइजरी जारी किया है।
स्कूल की तरफ से भी अभिभावकों को मैसेज किया जा रहा है कि अगर आपका बच्चा इंफेक्टेड है तो उसे स्कूल न भेजें। बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों आंखों की बीमारी तेजी से फैल रही है। आंखों में इन्फेक्शन की वजह से लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र परामर्शदाता डॉ. राजेश सिंह बताते हैं कि अगर आपको भी इस मौसम में आंखों में लालिमा, दर्द, खुजली और सूजन की समस्या हो रही है तो हल्के में न लें।
उन्होंने बताया कि ये लक्षण आई फ्लू का संकेत हैं। आई फ्लू को मेडिकल भाषा में कंजेक्टिवाइटिस और पिंक आई भी कहा जाता है। आम लोगों की भाषा में इसे आंख आना भी कहते हैं। उन्होंने इसके लक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि शुरुआती दौर भारीपन, आंखों में गड़न, पानी और लालिमा आ सकती हैं। उन्होंने बताया कि दो चार दिन के बाद थोड़ा आराम होने शुरू होता है। इसको ठीक होने में 15 दिन का वक्त लग सकता है। सबसे गंभीर बात उन्होंने बताया कि इस बिमारी से आंख की रोशनी धुंधली हो सकती है।
उन्होंने इस बिमारी से बचाव के लिए बताया कि आंख से पानी आने के बाद कहीं भी पोछें नहीं, क्योंकि वायरस वहां मौजूद हो जाते हैं और दूसरे लोग इसकी चपेट में आ जाते हैं। उन्होंने बताया कि जब भी समस्या हो तो डॉक्टर को दिखाएं। इसके इलाज के बारे में उन्होंने बताते हुए कहा कि एक एंटीबायोटिक और एक लुब्रिकेंट चलाने से मरीज को आराम मिल जाता है।
अयोध्या से संवाददाता आजम खान की रिपोर्ट।