सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार समय समय पर अधिकारियों को निर्देश जारी करते रहते है कि किसी भी दशा में अवैध खनन और ओवरलोड परिवहन न हो। इसी के साथ राजस्व की क्षति बर्दाश्त करने कि खिलाफ भी हैं।
लेकिन इसके बावजूद भी बरियारी बालू खदान की तस्वीरें सामने आ रही है जिस संदर्भ में ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिबंधित पोकलैंड मशीनें नदी की दिशा और दशा बिगड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। जल धारा में खनन किया जा रहा है कुआं नुमा गड्ढे किए जा रहे हैं जिससे जलीय जीवों की हत्या हो रही है और पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है।
वहीं ग्रामीणों और उनके पालतू पशुओं को जान का खतरा भी बना रहता है ऐसे में सरकारी राजस्व को भी भारी क्षति हो रही है।
बता दें कि इस खदान के मालिक कानपुर किदवई नगर निवासी संजीव गुप्ता हैं जो विवादों में रहते हैं। इसी संजीव गुप्ता की मरौली खंड 5 बालू खदान भी है जहां किसानों की फसल नष्ट कर दी गई है जो अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।