रामपुर जिले में खाद की भारी कमी ने किसानों को परेशान कर दिया है। जिला योजना समिति और जिला पंचायत के सदस्य मुस्तफा हुसैन का दावा है कि जिले में खाद की कालाबाजारी की जा रही है, जिससे किसानों को खाद प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
हालांकि कृषि विभाग का दावा है कि खाद का संकट मामूली है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। जिले की साधन सहकारी समितियों पर खाद की उपलब्धता न होने के कारण किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। जहां कुछ मात्रा में खाद उपलब्ध है, वहां भी एक-एक कट्टा पाने के लिए किसानों में अफरा-तफरी मची हुई है।
मुस्तफा हुसैन ने बताया कि खाद की अनियमित आपूर्ति के कारण किसान गेहूं, चना, मटर और सरसों की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। खाद की कमी के चलते फसलों की बुवाई पर सीधा असर पड़ रहा है। जिन समितियों पर डीएपी और एनपीके खाद उपलब्ध है, वहां भी किसानों को उचित मात्रा में खाद नहीं मिल पा रही है और उन्हें बिना खाद के लौटना पड़ता है।
मुस्तफा हुसैन ने सरकार से अपील की है कि गेहूं की बुवाई के लिए पूरी व्यवस्था जल्द से जल्द की जाए। उनका आरोप है कि अधिकारी इस समस्या के प्रति संवेदनशील नहीं हैं और किसानों की परेशानी को नजरअंदाज कर रहे हैं। खाद की पर्याप्त आपूर्ति से ही फसलों की बुवाई सुचारू रूप से हो सकती है और किसानों की समस्याओं का समाधान संभव है।