देश में इस वक्त मानसूनी बारिश हो रही है। पहाड़ों पर भारी बारिश होने से नदियां रौद्र रूप धराण कर ली हैं। यूपी में भी गंगा और यमुना के साथ कई और नदियां खतरे के निशान से ऊपर आ गईं हैं। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। फतेहपुर जिले में ससुर खदेरी नदी ऊफान पर है। खागा तहसील क्षेत्र के खखरेऊ कोट मार्ग पर बारिश का पानी भर जाने से रास्ता बंद हो गया है। जिससे 25 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है।
रास्ता बंद होने से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। किसी बीमार को ट्रैक्टर से ले जाते वक्त ट्रैक्टर ट्रॉली नदी में गिरकर फंस गया। ग्रामीणों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद दूसरे ट्रैक्टर की मदद से उस ट्रैक्टर को बाहर निकाला। गांव वालों का कहना है कि 30 साल से इस मार्ग पर पुल बनवाने की मांग की जा रही है। पांच महिने पहले पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ लेकिन जो संस्था पुल बना रही है। वह तय वक्त पर पुल नहीं बना पाई। अब बारिश का पानी नदी में भर जाने की वजह से 25 गांव के लोगों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
गांव वालों ने अपनी मुश्किलों को बताते हुए कहा कि अगर कोई बीमारी हो जाये तो अस्पताल ले जाने के लिए नाव से उस पार जाना पड़ता है। इतना ही नहीं बारिश के मौसम में जब नदी में पानी भर जाता है तो 25 गांव के 40 हजार लोगों को काफी दिक्कतों का सामान करना पड़ता है। इसके बाद भी कोई अधिकारी यहां समस्या देखने तक नहीं आता।
आपको बता दें कि यमुना नदी में एक मीटर पानी ऊपर बह रही है, जिसको लेकर जिला प्रशासन ने यमुना कटरी के 95 गांवों को चिन्हित करते हुए पहले से बाढ़ आने पर सुरक्षित जगह पहुंचाने का व्यवस्था कर लिया है। सीएम योगी ने सिंचाई विभाग को और पुलिस और प्रशासन को निर्देश दे दिया है कि बाढ़ को देखते हुए सभी सतर्क रहें।
फतेहपुर से संवाददाता बबलू सिंह की रिपोर्ट।