गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गुरुवार रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मेडिसिन विभाग के वार्ड नंबर 14 में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी। स्टॉफ रूम के पास बोर्ड से निकली चिंगारी के कारण पूरे वार्ड में धुआं फैल गया। जिसके बाद तीमारदार अपने मरीजों को बेड सहित लेकर भागने लगे। देर रात पता चला कि इस वार्ड के आईसीयू में भर्ती एक मरीज की मौत हो गई। जिससे वहां हड़कंप मच गया।
जिले के खजनी गांव के रहने वाले अखंड प्रताप सिंह जिनकी उम्र 50 वर्ष थी। सांस की दिक्कत की वजह से वे वेंटिलेटर पर थे। आग को काबू पाने में करीब सवा घंटे लग गए। जिससे उनकी मौत हो गई। बिजली के बोर्ड से अचानक एक चिंगारी निकलने के बाद देखते ही देखते पूरे वार्ड में धुआं भर गया। इससे वार्ड ही नहीं पूरे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
अपने मरीज को लेकर सुरक्षित जगह की तलाश में भाग रहे कई तीमारदार गिरकर चोटिल हो गए। इस वार्ड के 58 बेड पर 70 मरीज भर्ती थे। इतना ही नहीं वार्ड में इतने ही तीमारदार भी थे। बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज का फायर सिस्टर पूरी तरह से फेल था, इस वजह से आग बुझाने में दमकल कर्मियों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे आग पर काबू पाया जा सका। घटना की सूचना पर डीएम कृष्णा करुणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी मौके पर पहुंचे। अफसरों ने पुलिसकर्मियों को मरीजों को शिफ्ट कराने में मदद के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि मेडिसिन वार्ड में 10 बेड का आईसीयू है। आग की सूचना मिलते ही बिजली काटी गई तो आईसीयू में लगी मशीन तेज-तेज आवाज करने लगी। जिसके बाद डॉक्टर और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर आईसीयू में लगे कमरों के शीशों को तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला। फिर इन मरीजों को अलग-अलग वार्ड के आईसीयू में शिफ्ट किया गया। गनीमत रही कि सही वक्त पर बिजली काट दी गई। जिससे आग की लपटें उस वार्ड के अलावा किसी दूसरे वार्ड में नहीं पहुंची।
गोरखपुर मंडल ब्यूरो प्रदीप आनंद श्रीवास्तव की रिपोर्ट।