बलरामपुरः बलरामपुर जिले में सोमवार की रात राप्ती नदी के किनारे बना एमएलटीडी तटबंध कट गया। गौरतलब है बाढ़ आने से पहले ही पूर्ण तैयारियों का रिजर्व स्टॉक रखना होता है जो अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड जेके लाल द्वारा नहीं रखा गया और अंत में एमएलटीडी बंधा टूट गया। बंधे के टूटने से पानी का बहाव होने लगा। इसके बाद शहर से लेकर गांव तक पानी ही पानी हो गया। कॉलोनी वासियों को निकालने के लिए नाव लगाई गई। शहर के पहलवारा और श्याम विहार कॉलोनी तक पानी पहुंच गया। उतरौला तहसील क्षेत्र में बाढ़ का संकट बढ़ता जा रहा है। तुलसीपुर रोड पर भी पानी बह रहा है। वहीं, मेवालाल पुलिस चौकी के पास बाढ़ का पानी भरने के कारण लोगों की मुश्किल बढ़ गई हैं। एमएलटीडी बंधा के टूटते ही विभाग में हड़कंप मच गया। बता दें कि पिछले साल भी यह बंधा टूटा था, जिससे साफ जाहिर होता है कि सिंचाई विभाग कितना लापरवाह है। इसकी जानकारी होते ही प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। हालांकि तटबंध कटने के तत्काल बाद प्रशासन ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। मंगलवार को डीएम और आयुक्त ट्रैक्टर से मौके पर पहुंचे और पूरी रात मरम्मत का कार्य चलता रहा।
हालांकि राप्ती नदी तबाही मचाने को बेताब है और इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर चलाए जा रहा है। बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य के दृष्टिगत आयुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील एवं डीएम पवन अग्रवाल अधिकारियों के साथ मंगलवार की रात्रि 10 बजे तहसील बलरामपुर सदर के ग्राम भ्यूरी में तटबंध के कटान को रोकने के लिए किए जा रहे कार्य का निरीक्षण किया गया ।
बताते चले कि सोमवार को तटबंध कट गया था। तटबंध कटने की सूचना मिलने पर तत्काल आयुक्त एवं डीएम ने मौके पर पहुंचकर तटबंध के कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया। उसके बाद दूसरे दिन मंगलवार को 10 बजे आयुक्त एवं डीएम द्वारा ट्रैक्टर से मौके पर जाकर तटबंध के कटान को रोकने के कार्य का निरीक्षण किया गया। तो वहीं अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड जेके लाल की तैयारियां अधूरी देखने को मिली।
टूटे हुए तटबंध का निरीक्षण करते अधिकारी