Railway News: रेलवे में यात्रा के दौरान लोगों को भूख तो लगती ही है। ऐसे में कुछ लोग यात्रा के दौरान घर से भोजन लेकर आते हैं तो कुछ लोग ट्रेन में मिलने वाले भोजन से अपना भूख मिटाते हैं। पर रेलवे द्वारा सर्व किए गए भोजन में कई दफा चूहे, कॉकरोच या कई और जानवर मिलने का मामला सामने आता है, जिससे रेलवे को शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। ऐसे में IRCTC जल्द ही अपने समीक्षा में हाईटेक बेस किचन बनाने जा रहा है। जहां पर वंदे भारत और गतिमान जैसी प्रीमियम ट्रेनों के लिए भोजन बनाया जाएगा।
रेलवे ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि रेलवे के समक्ष कई बार प्रिमियम ट्रेनों मे यात्रियों के खाने में कीड़े और मांस के टुकड़े निकल चुके हैं। जिसके कारण रेलवे को फजीहत का सामना करना पड़ा है। ऐसे में इस लापरवाही को रोकने के लिए ये फैसला लिया है।
झांसी स्टेशन से प्रीमियम ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को गुणवत्तायुक्त और साफ सुथरा खान-पान मुहैया कराने की जिम्मेदारी IRCTC के पास है। वहीं झांसी स्टेशन से रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस, शताब्दी, राजधानी जैसी ट्रेनों में भोजन सर्व किया जाता है। लेकिन, बीते कुछ महीनों से यात्रियों के खाने में अनियमितता और भोजन खराब होने के केस सामने आ रहे थे।
ऐसी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अब झांसी मंडल के झांसी में दो और ग्वालियर में एक बेस किचन बनाने की अनुमति दी है। साथ ही यात्रियों के भोजन से खिलवाड़ न हो, इसके लिए अब आईआरसीटीसी के साथ रेलवे का वाणिज्य विभाग बेस किचन की निगरानी करेगा। झांसी में एक बेस किचन इलाइट-स्टेशन रोड सिविल लाइंस और दूसरा बेस किचन आंतियाताल क्षेत्र में खोला जाएगा।
अभी तक ट्रेनों में भोजन उपलब्ध कराने वाली फर्म की जवाबदेही IRCTC की ही होती थी। वहीं, गड़बड़ी होने पर IRCTC ही उन पर जुर्माना लगाती थी। ऐसे में फर्म संचालकों पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ता। लेकिन, अब रेलवे का वाणिज्य विभाग भी बेस किचन को एनओसी देगा। साथ ही समय-समय पर उसका औचक निरीक्षण भी करेगा।
20 जून को रानी कमलापति-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे पति-पत्नी को ट्रेन में आईआरसीटीसी ने दाल और पराठा परोसा था। जब यात्री ने भोजन का पैकेट खोला तो उसमें मरा हुआ कॉकरोच निकला। इस मामले आईआरसीटीसी ने भोजन सप्लाई करने वाली फर्म पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था।
24 जून 2023 को झांसी से हजरत निजामुद्दीन के लिए गतिमान एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे यात्री राजेश कुमार तिवारी ने भोजन में शाकाहारी खाने का विकल्प चुना था। जब उन्हें भोजन परोसा गया तो उनका मिली छोले की सब्जी में मांस का टुकड़ा निकला। इसके बाद प्रीमियम ट्रेनों के भोजन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे।
झांसी के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा ने कहा कि प्रीमियम ट्रेनों में गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए झांसी रेल मंडल 3 बेस किचन निर्मित करने जा रहा है। इसमें दो बेस किचन, झांसी और एक ग्वालियर में बनाने की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। रेलवे इन किचन की लगातार निगरानी करेगा और उनके जवाबदेही को भी सुनिश्चित करेगा।