LKO NEWS: दीपावली का त्योहार नजदीक आ रहा है और इसके साथ ही मिलावटखोरी और खराब खाद्य सामग्री का खेल निरंतर शुरू हो गया है। आज के समय में मिलावटखोर चंद रुपयों के लालच में लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे है। इसी प्रकार के मिलावट को देखते हुए एफएसडीए ने जांच-पड़ताल करनी शुरू कर दी है।
खाद्य सामग्री के नमूने जांच के लिए भेजे गए
आपको बता दें कि दुर्गंध आने पर सैंपल जांच के लिए भेजे गए और इसके साथ ही खोवा नष्ट करवा दिया गया। वहीं, दूसरी ओर ऐशबाग स्थित स्वरूप कोल्ड स्टोरेज में रकाबगंज की आरिफ ट्रेडिंग कंपनी के 154 किलो अखरोट और 181 किलो खराब होने पर खजूर नष्ट करवाए गए।
दरअसल, फंगस लगने के साथ ही इन ड्राइफ्रूट्स का रंग भी काला पड़ चुका था। इस दौरान सीएफएसओ जेपी सिंह ने बताया कि ड्राई फ्रूट खाने लायक नहीं थे इसलिए इस प्रकार का कदम उठाया गया। वहीं खाद्य सामग्री के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। अब रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरु की जाएगी।
मिठाई को खराब होने से बचाने के लिए मिलाए जाते है केमिक्ल
दरअसल, अवैध रूप से मिठाई बन रही मिठाई की काफी जांच-पडताल की गई, जिसके बाद यह पता लगाया कि मिल्क पाउडर में सूजी और मैदा मिलाकर मिठाइयां बनाई जाती हैं। ऐसा महंगाई अधिक होने के साथ-साथ ही शुद्ध खोवा न मिल पाने के कारण किया जाता है। ऐसे में मिल्क पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है और मिठाई, खोवा, व ड्राईफ्रूट्स इत्यादि को खराब होने से बचाने के लिए कुछ सस्ते केमिकल भी इसमें मिलाए जाते हैं।