प्रयागराज के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के नाम पर जमकर अधिकाारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इस पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। मामला प्रयागराज के विकास खंड चाका का है, जहां छरीबना गांव में ग्राम प्रधान, सचिव और रोजगार सेवक की मिली-भगत से बड़ा भ्रष्टाचार का खेला हो रहा है।
चाका ब्लाक के अंतर्गत छरीबना गांव के प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बिना कार्य किए ही ग्राम प्रधान फर्जी तरीके से सरकारी पैसों की निकासी कर रहे हैं। हमने कई बार उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की पर प्रशासन द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों की माने तो ग्राम प्रधान ने ग्राम सभा में चार दर्जन से ज्यादा लगे हैड पंपों को दोबारा से बोर दिखाकर ग्राम सभा के खाते से पैसे निकाल लिए। जबकि ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम सभा में किसी भी हैंडपंप को दोबारा से रिबोर नहीं कराया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ब्लॉक में बैठे जिम्मेदार अधिकारी मिलकर सरकारी पैसे की बंदर बाट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
वहीं भ्रष्टाचार के इस मामले के संबंध में गांव के पूर्व प्रधान अभयराज ने कहा कि उन्होंने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है। लेकिन अभी तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच किसी दूसरी एजेंसी से कराई जाय तो बड़ा भ्रष्टाचार सामने आएगा।
गांव के विकास के लिए करोड़ों रुपए का कार्य कागजों में तो दिखाया गया है, लेकिन धरातल पर सबकुछ नदारद है। यहां कागजों में पुराने कार्यों को नया दिखाकर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया जा रहा है। और, तमाम शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार के इस खेल में कहीं न कहीं स्पष्ट रूप से ग्राम प्रधान के साथ अधिकारियों की भी मिली भगत नजर आ रही है।