फिरोजाबाद शहर का एकमात्र गांधी पार्क, जहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग सुबह-शाम टहलने और व्यायाम करने आते हैं, आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। नगर निगम द्वारा विकसित यह पार्क अब गंदगी, खराब सुविधाएं और बंदरों के आतंक का केंद्र बन चुका है।
पार्क में आने वाले लोगों को सबसे पहले चारों ओर फैली गंदगी और कूड़े-कचरे का सामना करना पड़ता है। न तो नियमित सफाई हो रही है और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहा है। नागरिकों का कहना है कि वे ताजगी और शुद्ध वातावरण की उम्मीद लेकर पार्क आते हैं, लेकिन गंदगी के चलते उन्हें निराशा ही हाथ लगती है।
पार्क में बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिससे टहलने और व्यायाम करने आए लोगों, खासकर महिलाओं को भय बना रहता है। कई बार बंदर अचानक हमला कर देते हैं जिससे लोग घायल भी हो चुके हैं। स्थानीय नागरिकों की मांग है कि प्रशासन बंदरों को पकड़वाकर पार्क को सुरक्षित बनाए।
पार्क में लगे ओपन जिम की अधिकांश मशीनें खराब पड़ी हैं। रखरखाव के अभाव में लोग इनका उपयोग नहीं कर पा रहे। जहां लोगों को स्वस्थ रहने के लिए ये सुविधाएं दी गई थीं, अब वहीं खराब मशीनें लोगों के लिए खतरा बनती जा रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार नगर निगम से शिकायत करने के बावजूद कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। गांधी पार्क जैसे अहम सार्वजनिक स्थल की ऐसी अनदेखी आम लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों के लिए खतरा बनती जा रही है।