बलिया में गंगा और घाघरा नदी उफान पर होने के साथ ही ये दोनों नदियों का जलस्तर खतरा बिंदु के ऊपर है। वहीं दोनों नदियों के उफान पर होने के कारण तटवर्टी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें काफी बड़ गई है। वहीं सरयू नदी के जल स्तर में वृद्धि के चलते चितबिसांव खुर्द, रामपुर नंबरी, कोलकला बिन्द बस्ती, चांदपुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे वहां के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि सरयू नदी का जलस्तर चांदपुर गेज पर खतरे के निशान 58.00 मीटर के सापेक्ष मंगलवार की सुबह 8 बजे 58.07 मीटर दर्ज हुआ। उधर गंगा नदी का जलस्तर मंगलवार को सुबह 8 बजे खतरा बिन्दु 57.61 के ऊपर 57.89 मीटर दर्ज किया गया।
बाढ़ से 12 से अधिक गांव प्रभावित
बलिया में शहर के निचले हिस्से सहित जनपद के 12 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। लेकिन चार गांवों पर सरयू नदी का कहर बना हुआ है। जिसके कारण बांसडीह के भोजपुरवा, टिकुलिया में करीब डेढ़ सौ से अधिक आशियानों तथा बैरिया तहसील क्षेत्र के गोपाल नगर टाड़ी और शिवाल मठिया के करीब डेढ़ सौ से अधिक आशियाने नदी में समा चुके हैं।
उधर सरयू नदी की कटार-सी धारा शुरू से ही आसपास के इलाकों में कहर बरपा रही है। बता दें कि बैरिया तहसील क्षेत्र के गोपालनगर टाड़ी, शिवाल मठिया, बांसडीह तहसील क्षेत्र के भोजपुरवा, टिकुलिया गांव के करीब 3 सौ से अधिक आशियानों को नदी अपने में समाहित कर चुकी है। यही नहीं हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि को भी सरयू नदी भोग कर चुकी है। ऐसे में लोगों के समक्ष अजीविका की विकट समस्यायें उत्पन्न हो गयी है।