गंगा का पानी अब तेजी से बढ़ने लगा है। इस कारण आरती और शवदाह का स्थल बदल दिया गया है। गंगा किनारे सैर-सपाटा करने आ रहे लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी जा रही है। अस्सी घाट से लेकर नमो घाट तक पानी सीढ़ियों पर चढ़ चुका है।
गंगा के जलस्तर में पांच सेंमी की गति से बढ़ोतरी हो रही है। घाटों की सीढि़यां डूब गई हैं। इसके चलते मणिकर्णिका, हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह और दशाश्वमेध की गंगा आरती का स्थान बदल गया है। शव दाह उपर हो रहा हैं। जलस्तर बढ़ने से सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।
स्नानार्थियों भी अब घाट की सीढि़यों पर ही स्नान कर रहे हैं। वहीं, प्रशासन ने सभी आरती समितियों को घाट पर आरती न कराकर छत्तों या किसी ऊंचे स्थानों व सांकेतिक आरती कराने को कहा। गंगा का जलस्तर 67.10 मीटर पहुंच गया।
दशाश्वमेध घाट के प्रसिद्ध गंगा आरती मंगलवार को छत पर हुई। ऐसे ही शीतला मंदिर के पास, अस्सीघाट, पंचगंगा घाट आदि घाटों पर होने वाली आरती अब उपर कराई जा रही है। मणिकर्णिका घाट पर भी पूरा इलाका डूब जाने से शवदाह अब छत्त पर हो रहा हैं। जगह कम होने के चलते शवदाह में समय लग रहा है।
शवदाह कराने के लिए दो से तीन घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। वहां, रोज करीब 50 शव पहुंच रहा है। उधर, हरिश्चंद्र घाट पर भी शवदाह का स्थान बदल गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा जलस्तर गंगा का जलस्तर प्रतिघंटे पांच सेंमी बढ़ रहा है। जबकि 67.10 मीटर पहुंच चुका है।
उधर, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के आदेश पर पुलिस ने घाटों पर आरती का स्थान बदलने के लिए समितियों को कहा है। दशाश्वमेध, अहिल्याबाई घाट, मीरघाट, त्रिपुरा भैरवी घाट, ललिता घाट आदि घाटों पर स्थान बदलने को कहा है।