यूपी के आजमगढ़ जिले की सगड़ी तहसील में घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में घाघरा नदी में 26 सेमी की बढ़ोतरी देखी गई। वहीं हर घंटे करीब एक सेमी वृद्धि का प्रभाव यह हो रहा है कि फिर से कई गांव के रास्ते पानी में जलमग्न हो चुके हैं। वहीं घाघरा नदी का कटान झगरहवा गांव के पास बहुत तेज हे गया है।
नदी को घर के पास आते देख कई परिवार के लोग अपना शौचालय तोड़कर ईंट को सुरक्षित करने में लगे चुके हैं। आपको बता दें कि 24 घंटे के अंदर घाघरा का जलस्तर बढ़कर 71.42 मीटर पहुंच गया है। वहीं 4 दिनों से बढ़ रहे पानी से ग्रामीणों की बेचैनी लगातार बनी हुई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अपने साथ-साथ पशुओं के चारे को लेकर भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
नाव अब परिवहन का मुख्य साधन
सगड़ी तहसील के बांका, बूढ़नपट्टी के रहने वाले लोग अब नाव के सहारे आ-जा रहे हैं। मुख्य मापक स्थल बदरहुआ नाले के पास बाढ़ का खतरा निशान 71.68 है। जबकि नदी का जलस्तर जबकि 71.52 मीटर को छू चुका है। रविवार की सुबह 8 बजे 281164 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। अब तक नदी में कुल 42,87,465 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है।
फिलहाल राहत की बात यह है कि कई गांवों की आबादी से अभी पानी दूर है। हालांकि इस पानी से शाहडीह, बूढ़नपट्टी, बांका, अभ्भनपट्टी सहित करीब आधा दर्जन गांवों के संपर्क पानी के जद में आ चुके हैं। जिसके चलते यहां के लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं।
प्रशासन ने बनाया 10 बाढ़ चौकियां और 14 राहत शिविर
10 दिन पहले बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने आए जिले के डीएम विशाल भारद्वाज ने बाढ़ चौकियां और राहत शिविर बनाने के निर्देश पहले ही दे दिए थे। इस निर्देश का अनुपालन करते हुए जिला प्रशासन ने 10 बाढ़ चौकियों के साथ ही 14 राहत शिविर का निर्माण किया है।
इसके साथ ही बाढ़ खंड के अधिकारियों के साथ-साथ तहसील प्रशासन भी अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। बेलहिया से अजगरा मगरवी संपर्क मार्ग, खरैलिया से सोनौरा संपर्क मार्ग, मानिकपुर से अभन पट्टी संपर्क मार्ग, मसुरियापुर से बांका बुधन पट्टी संपर्क मार्ग पानी में जलमग्न है जहां से लोग नाव का सहारा ले रहे हैं।