श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर प्रयागराज शहर में लोगों के बीच उल्लास का माहौल बना हुआ है। सोमवार और मंगलवार की अर्धरात्रि को भगवान श्रीकृष्ण जन्म लेंगे। ऐसे में सभी मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है। इसी संदर्भ में नैनी जेल समेत सभी थानों में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
इस बार प्रयागराज के इस्कान मंदिर में भगवान को 4.50 लाख कीमत की मोती वाली वेलवेट की पोशाक पहनाई जानी है। फिर भगवान को 56 भोग अर्पित किया जाएगा। इसी तरह पुलिस लाइंस में स्थित मंदिर में भी जन्माष्टमी मनाई जा रही है। पुलिस लाइन के परिसर में शाम को मेला भी लगेगा।
इस्कॉन मंदिर में इस बार भगवान श्रीकृष्ण के जलाभिषेक के लिए 12 पवित्र नदियों का जल मंगाया गया है। पहले भगवान का जलाभिषेक किया जाएगा, उसके बाद महाआरती का आयोजन होगा। बता दें कि कान्हा की पोशाक वृंदावन से मंगाई गई है।
मंदिर प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि इस बार विशेष पूजा-अर्चना के साथ भक्तों के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होना है। जन्माष्टमी पर वृंदावन से आए पुजारी द्वारा पूरे विधि विधान से पूजा की जाएगी।
इस्कॉन मंदिर में इस बार जन्माष्टमी के पर्व पर राधा कृष्ण मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में पांडव सेना तैनात की गई है। इस्कॉन मंदिर में प्रभारी जय प्रकाश ने बताया कि साढ़े चार लाख से ज्यादा कीमत की वेशभूषा पहनने वाले राधा कृष्ण की व्यवस्था और सुरक्षा के लिए इस बार पांडव सेना तैनात की जाएगी।
इसके लिए इस्कॉन से जुड़े हुए 100 लोगों की पांडव सेना तैनात की गई है। यही पांडव सेना चार दिनों तक चलने वाले जन्माष्टमी पर्व पर मंदिर के अंदर से लेकर बाहर की व्यवस्था को संभाल रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर में 24 अगस्त से जन्माष्टमी का पर्व मनाए जाने की शुरुआत हो गई है यह 27 अगस्त तक चलेगा। 24 अगस्त को राधा कृष्ण की यात्रा निकाली गई थी। 25 अगस्त को विश्व कल्याण के लिए इस्कॉन मंदिर में यज्ञ का आयोजन किया गया।
26 अगस्त को जन्माष्टमी मनायी जाएगी और उस दिन अलग नदियों के 21 कलश जल से भगवान का अभिषेक किया जाएगा। 27 अगस्त को इस्कॉन की स्थापना करने वाले श्रील प्रभुपाद जी का 128वां जन्मदिन व्यास पूजा के रूप मनाया जाएगा।