उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजधानी के चौक क्षेत्र स्थित प्राचीन कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में विधिवत दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। यह मंदिर लखनऊ का एक ऐतिहासिक और आस्था से जुड़ा प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
राज्यपाल ने मंदिर में स्थापित प्रचंड शिवलिंग तथा भगवान शिव के उस चांदी के स्वरूप की विशेष पूजा की, जिसे श्रावण मास के अंतिम सोमवार को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाता है। इस विशेष पूजा ने मंदिर के धार्मिक वातावरण को और अधिक आध्यात्मिक बना दिया।
साथ ही उन्होंने हनुमान जी की मूर्ति की भी श्रद्धापूर्वक पूजा की और उत्तर प्रदेश की जनता के कल्याण की प्रार्थना की।
मंदिर के महंत विशाल गौड़ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को कोतवालेश्वर महादेव मंदिर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिर में दो प्रमुख शिवलिंग स्थापित हैं, जिनमें से एक की स्थापना वर्ष 1905 में की गई थी।
मंदिर की पूजा-पद्धति उज्जैन के महाकाल मंदिर की दिनचर्या के अनुरूप की जाती है, जिससे इसकी आध्यात्मिक महत्ता और गहराई में वृद्धि होती है। इस विशेष परंपरा ने मंदिर को विशिष्ट पहचान दिलाई है।
मंदिर परिसर में स्थित ढाई सौ वर्ष पुराना पीपल का वृक्ष भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष धार्मिक आस्था का केंद्र है। इस वृक्ष के नीचे बैठकर ध्यान और प्रार्थना करने से श्रद्धालुओं को मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा की अनुभूति होती है।