लखनऊ के गोमती नगर स्थित उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में शुक्रवार सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री असीम अरुण, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, और प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम भी उपस्थित थे।
भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में भगवान बिरसा मुंडा की वीरता और जनजातीय समाज के प्रति उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा न केवल जनजातीय समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं बल्कि उनका जीवन हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक है। इस आयोजन में जनजातीय सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से जनजातीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत की गई।
जनजातीय समाज के सशक्तिकरण की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनजातीय समाज के विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वावलंबन के लिए ठोस कदम उठा रही है और जनजातीय समाज को आवास योजनाओं सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करने में प्रयासरत है।
सीएम योगी की प्रमुख बातें
1. जनजातीय समुदाय मातृभूमि के प्रति त्याग और वीरता का प्रेरणा स्रोत है।
2. भगवान बिरसा मुंडा के आदर्श ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
3. जनजातीय समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तिकरण पर खास जोर दिया जा रहा है।
4. सरकार भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरणा लेकर जनजातीय समाज को सशक्त बनाने का कार्य कर रही है।
5. 2017 के बाद से जनजातीय समाज को योजनाओं का वास्तविक लाभ मिलना शुरू हुआ है।
जनजातीय गौरव दिवस की परंपरा
मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में जनजातीय गौरव दिवस मनाए जाने की परंपरा को जारी रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सभी कोशिशें कर रही है ताकि जनजातीय समाज का समुचित विकास हो सके और उन्हें आवश्यक अधिकार प्राप्त हों।