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Ayodhya News: अयोध्या में होम स्टे कारोबार हुआ फायदेमंद, संचालकों की आय में जबरदस्त बढ़ोतरी

भव्य श्रीराम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। दूर-दूर से भक्तजन अयोध्या आकर अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं, जिससे स्थानीय व्यवसाय को भी नया जीवन मिला है। खासतौर पर होम स्टे संचालकों की आय में भारी इजाफा हुआ है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु होम स्टे में ठहरना पसंद कर रहे हैं, जिससे यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में आस्था का सैलाब उमड़ा है। हर कोई यहां आकर अपनी श्रद्धा अर्पित करना चाहता है। इस तीर्थयात्रा के साथ-साथ आसपास के पर्यटन स्थलों पर भी लोगों की आवाजाही बढ़ी है। योगी सरकार ने इस बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए होम स्टे योजना शुरू की थी। इस योजना के माध्यम से श्रद्धालुओं को आरामदायक ठहरने की सुविधा मिल रही है, वहीं स्थानीय लोग भी इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं।

होम स्टे से संचालकों की बढ़ी आय

अयोध्या में होम स्टे की बुकिंग में लगातार वृद्धि हो रही है। महाकुंभ के दौरान भी श्रद्धालुओं ने होम स्टे में रुकने को प्राथमिकता दी। संचालकों के अनुसार, पहले हर महीने 40 से 50 हजार रुपये की आमदनी होती थी, लेकिन अब यह लाखों में पहुंच गई है। अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि अयोध्या में भक्तों की संख्या निरंतर बढ़ रही है, जिससे होम स्टे संचालकों को काफी फायदा हो रहा है।

1136 भवन होम स्टे के रूप में पंजीकृत

अयोध्या में होम स्टे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 26 दिसंबर 2022 से शुरू हुई थी। वर्तमान में 1136 भवनों को होम स्टे के रूप में पंजीकृत किया जा चुका है। इनकी आसान बुकिंग के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 जनवरी 2024 को दिव्य अयोध्या ऐप लॉन्च किया। यह ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफार्म पर उपलब्ध है।

1500 से 2500 रुपये में मिल रहे होम स्टे

दिव्य अयोध्या ऐप के माध्यम से पर्यटक ऑनलाइन होम स्टे बुक कर सकते हैं। इसके अलावा yatradham.com और easemytrip.com जैसी वेबसाइट्स को भी इस ऐप से जोड़ा गया है, जिससे बुकिंग प्रक्रिया और सरल हो गई है। अयोध्या में होम स्टे की कीमत 1500 से 2500 रुपये के बीच है, जिससे यह तीर्थयात्रियों के लिए एक किफायती विकल्प बन गया है।

अतिथियों के लिए विशेष स्वागत और आध्यात्मिक माहौल

अयोध्या के होम स्टे संचालक यात्रियों को घर जैसा अनुभव देने का प्रयास कर रहे हैं। नाका बाईपास के निकट स्थित हरिओम होम स्टे के संचालक पंकज मिश्र बताते हैं कि उनके पिता राजमणि मिश्र अतिथियों को परिवार का हिस्सा मानते हैं। सुबह आगंतुकों को मीठा और चाय मुफ्त में दी जाती है, और शाम को प्रभु श्रीराम से जुड़ी कथाएं सुनाई जाती हैं।

आय में लगातार हो रही वृद्धि

अवध होम स्टे, जिसे 15 जनवरी 2024 को पंजीकृत किया गया, में पांच कमरे हैं। इसके मालिक अमरेश पांडेय बताते हैं कि पहले उनकी मासिक आय 15,000 रुपये थी, लेकिन अब यह 70,000 से 80,000 रुपये तक पहुंच गई है। कुंभ मेले के दौरान यह आमदनी और अधिक बढ़ गई।

श्री राघव होम स्टे व वंदना होम स्टे के स्वामी विमल श्रीवास्तव ने बताया कि पंजीकरण के समय इनकी मासिक आय 60,000 रुपये थी, जो अब कुंभ मेले के दौरान 90,000 से 1 लाख रुपये हो गई है।

सरकार की योजना बनी आर्थिक सशक्तिकरण का जरिया

कलश होम स्टे की संचालिका डॉ. सविता बताती हैं कि पहले उनकी मासिक आय 80,000 से 1 लाख रुपये थी, लेकिन कुंभ मेले के दौरान यह बढ़कर 1.5 से 2 लाख रुपये हो गई। उनका कहना है कि योगी सरकार की यह योजना न सिर्फ श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा दे रही है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी अच्छी कमाई का जरिया बनी है।

अयोध्या में होम स्टे योजना स्थानीय लोगों के लिए एक आर्थिक क्रांति साबित हो रही है। इससे न केवल श्रद्धालुओं को सुविधाजनक ठहरने का विकल्प मिल रहा है, बल्कि शहर के निवासियों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो रही है। आने वाले समय में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है, जिससे होम स्टे व्यवसाय और अधिक फले-फूलेगा।

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