Kashi Vishwanath Temple: काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले भक्त बाबा को दान खुलकर कर रहे हैं। बाबा के आय में चढ़ावा, दान, टिकट और परिसर में नवनिर्मित भवनों के आय आदि के रूप में पिछले 7 सालों में 4 गुना की बढ़ोतरी हुई है। 13 दिसंबर 2021 को हुए विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद मई 2024 तक विश्वनाथ के भक्तों की संख्या 16.22 करोड़ पहुंच गई।
सरकार ने सुविधाओं का किया विस्तार
भाजपा सरकार में सुविधाओं के विस्तार के बाद बाबा विश्वनाथ धाम में दान और दर्शनार्थियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि आई है। ऐसे में, वित्तीय वर्ष 2017-18 से लेकर 2023 से 2024 में बाबा विश्वनाथ की आय में चार गुना की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं कोरोना काल के समय को छोड़ दें तो महाकाल के भक्तों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिला है।
16.22 करोड़ पहुंच गई भक्तों की संख्या
बाबा काशी विश्वनाथ धाम के कायाकल्प के बाद, सीएम योगी के लगातार निरीक्षण और निर्देशन में मंदिर में कई सुविधाओं की बढ़ोतरी हुई। मंदिर का विस्तार और दर्शन की सुगमता ने काशी में तीर्थाटन को और बढ़ा दिया है।
बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने कहा कि बाबा के आय में चढ़ावा, दान, टिकट और परिसर में नवनिर्मित भवनों के आय आदि के रूप में पिछले 7 साल में 4 गुना की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 13 दिसम्बर 2021 को हुए विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद मई 2024 तक बाबा के भक्तों की कुल संख्या करीब 16.22 करोड़ तक पहुंच गई।
डबल इंजन सरकार में मिलने लगी विश्व स्तरीय सुविधाएं
धार्मिक और आध्यात्मिक रूप में प्रचलित काशी नगरी अनादिकाल से सनातन धर्म मानने वालों के लिए एक तीर्थस्थली रही है। डबल इंजन सरकार में अब काशी विश्वनाथ में विश्व स्तरीय सुविधाएं लोगों को मिलने लगी हैं। इस प्राचीन शहर में अब दुनिया के प्रत्येक कोने से भक्त आसानी से पहुंच सकते हैं, यह भी एक कारण है कि यहां पर भक्तों का प्रवाह बहुत बढ़ गया है। सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि दान देने से विशेष पुण्य मिलता है। ऐसे में धर्म की नगरी काशी में आने के बाद शिव भक्त दिल खोल कर चढ़ावा और दान कर रहे हैं और अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं।
2017 से 2024 तक के आंकड़े
वित्तीय वर्ष आय
2017-2018 20,14,56,838 .43
2018-2019 26,65,41,673 .32
2019-20 26,43,77,438 .00
2020-21 10,82,97,852 .09
2021-22 20,72,58,754.03
2022-23 58,51,43 ,676 .33
2023-24 86,79,43,102. 00