सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ के परिवर्तन चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम सुभाष चंद्र बोस पार्क में आयोजित किया गया, जिसमें महापौर, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सुभाष चंद्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के महानायक
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। उनके नेतृत्व ने देशवासियों में आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान की भावना को प्रबल किया। उन्होंने अपने प्रसिद्ध नारे “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” से हर भारतीय के मन में जोश और देशभक्ति की लहर दौड़ा दी।
पराक्रम दिवस का संदेश
सुभाष चंद्र बोस की जयंती को हर साल पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को नेताजी के विचारों को आत्मसात करने और राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नेताजी का साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को मिली नई ऊर्जा
कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को जीवंत कर दिया। छात्रों और युवाओं को नेताजी के आदर्शों से प्रेरणा लेने और उनके पदचिह्नों पर चलने का संदेश दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी का जीवन बलिदान और देशभक्ति का प्रतीक है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
नेताजी का जीवन परिचय
सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था। उन्होंने 1918 में दर्शनशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रभावशाली नेता बने। नेताजी ने आजाद हिंद फौज की स्थापना कर भारत की आजादी के संघर्ष को नई दिशा दी।
भगवद गीता से प्रेरणा लेने वाले सुभाष चंद्र बोस ने देश के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री ने नेताजी के बलिदान और उनकी देशभक्ति को याद करते हुए कहा कि उनका योगदान हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।