सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही सभी अधिकारियों को चेतावनी दे दी थी कि तय समय से सारे काम पूरे किए जाएं। कहीं भी जलजमाव से परेशानी न खड़ी हो। लेकिन पहली बारिश में ही कई जिलों के नगर निगम की पोल खुल गई। गुरुवार को गाजियाबाद में झमाझम बारिश हुई। गर्मी से लोगों को राहत मिली तो जलजमाव की वजह से परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।
गाजियाबाद में आयुक्त के घर में घुसा पानी
बारिश के बाद स्कूल जाने वालो बच्चों और नौकरी पेशा लोगों की परेशानी बढ़ी। मौसम विभाग की ओर से चेतावनी जारी कर दी गई थी। बारिश के बाद गांव हो या शहर या फिर सोसायटी या गली हर जगह पानी भर गया है। जिले में कई जगह सोसाइटी के फ्लैट की पहली मंजिल पर भी पानी भर गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बारिश के लिए नगर निगम की कैसी व्यवस्था है। यहां की सड़कें तालाब बन गईं हैं। गाजियाबाद में नगर आयुक्त का घर ही पहली बारिश में जलजमाव की चपेट में आ गया। उनके घर में भी पानी घुस गया है।
नोएडा में घुटने तक भरा पानी
नोएडा में भी बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव की समस्या से लोग जूझते दिखे। नोएडा के सेक्टर 62 में बारिश के बाद जलभराव हो गया। यहां के निचले इलाकों में कई स्थानों पर दो फीट तक पानी जमा हो गया। इस जलजमाव के कारण निचले इलाके के दुकान और मकान तक बारिश का पानी पहुंच गया। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सेक्टर 62 के अलावा नोएडा के हरौला में भी जलजमाव की स्थिति बन गई। हरौला के मेन रोड के गली नंबर दो में मैनहोल जाम होने के कारण पानी की निकासी तेज गति से नहीं हो सकी। इस कारण जलजमाव हो गया। पानी जमा होने के कारण स्कूल गए बच्चों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
हापुड़ में जलजमाव से लोग परेशान
हापुड़ जिले में भी पहली ही बारिश में नगर निगम की तैयारी को पोल खुल गई है। एक ओर झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली तो दूसरी ओर शहर जलमग्न हो गया। तीर्थ नगरी बृजघाट के रास्तों पर जलभराव से लोगों को समस्या से जूझना पड़ रहा है। गढ़मुक्तेश्वर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका की ओर से खूब व्यवस्थाएं की गईं थीं। लेकिन बारिश ने सारी व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी।
गुरुवार सुबह यहां बारिश हुई। जिसके बाद गलियां जलमग्न हो गईं। शहर में भी कई कॉलोनियों और मार्गों पर भारी जलभराव ने नगर पालिका गढ़मुक्तेश्वर की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। रास्तों पर घुटनों तक पानी भर गया गलियों में भारी जलभराव रहा।