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UP BY-Election: क्या उपचुनाव के मद्देनजर सीएम योगी ने इन 7 सीटों पर विकास परियोजनाओं की घोषणा की!

यूपी में विधानसभा उप चुनाव को लेकर इलेक्शन कमीशन ने कोई घोषणा नहीं की है पर आम चुनाव 2024 के बाद प्रदेश का सियासी पारा हाई है। ऐसे में सीएम योगी ने इससे पहले 10 सीटों में से 7 सीटों वाले जिलों में 5 हजार करोड़ की 8 हजार 518 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलन्यास किया। 22,500 युवाओं को नियुक्ति पत्र भी दिए। इसका सबसे ज्यादा फायदा अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट को हुआ है, जबकि सबसे कम अयोध्या को हुआ है।

उपचुनाव की कमान अपने हाथ में लेने के बाद सीएम योगी करीब 8 विधानसभा का दौरा अभी तक कर चुके हैं। फिलहाल मुजफ्फरनगर की मीरापुर में उन्होंने कोई घोषणा नहीं की है। बाकी 7 सीटों पर जनता को बड़ी सौगाते दी हैं।

बता दें कि आम चुनाव 2024 के जैसे ही उपचुनाव में भी भाजपा के सामने टक्कर में सपा का PDA ही बड़ी चुनौती है। जिसको ध्यान में रखकर सीएम ने राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व पर ज्यादा जोर दिया है।

अक्टूबर-नवंबर में प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। ये अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, कानपुर नगर की सीसामऊ, मैनपुरी, अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, प्रयागराज की फूलपुर, मुरादाबाद की कुंदरकी और भदोही जिले की मझवां सीटें हैं। वहीं 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस उपचुनाव को सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है।

लगातार योगी कर रहे हैं दौरा

योगी ने अब तक मिल्कीपुर और कटेहरी का तीन से चार बार दौरा कर लिया है। वहीं खैर, मैनपुरी, सीसामऊ, फूलपुर, मीरापुर और कुंदरकी का एक-एक बार दौरा किया। गाजियाबाद और मझवां में आने वाले दिनों में दौरा करने वाले हैं।

भाजपा से जुड़े नेताओं की मानें, तो सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने उपचुनाव की रणनीति स्वयं तैयार की है। इसमें आम चुनाव में कमजोर रहे पक्षों को उपचुनाव में मजबूत करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत पूरा उपचुनाव राष्ट्रवाद, रोजगार और विकास के मुद्दे पर रणनीति तय हुई है। साथ ही महिलाओं और युवाओं पर खास फोकस रखने की बात कही है।

कटेहरी में सबसे ज्यादा और सबसे कम अयोध्या के मिल्कीपुर में घोषणाएं करने के पीछे की वजह क्या है? इसको लेकर भाजपा नेताओं का कहना है कि जहां-जहां से निर्माण कार्य की डिमांड आ रही है, वहां-वहां काम कराए जा रहे हैं। यह तो शुरुआत है। गांव-गांव से फीडबैक लिए जा रहे हैं। जैसे-जैसे डिमांड आएगी, काम होते जाएंगे।

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