उत्तर प्रदेश के 18 जिलों के 23 राजकीय इंटर कॉलेजों (GIC और GGIC) में अब छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी तराशने का सुनहरा अवसर मिलेगा। शिक्षा मंत्रालय की प्रोजेक्ट एडवायजरी बोर्ड (PAB) ने 115 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी देते हुए इन विद्यालयों में इंडोर मिनी स्टेडियम के निर्माण की योजना को हरी झंडी दे दी है।
इन जिलों के स्कूलों में होंगे मिनी स्टेडियम
इस योजना के अंतर्गत रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, सीतापुर, इटावा, गोरखपुर, बरेली, मेरठ, प्रयागराज, मिर्जापुर, लखीमपुर, ललितपुर, महाराजगंज, कासगंज, मुरादाबाद, रामपुर, जालौन और फतेहपुर जिलों के सरकारी स्कूलों को शामिल किया गया है। हर मिनी स्टेडियम पर 5 करोड़ रुपये का व्यय प्रस्तावित है।
खेलों के माध्यम से छात्रों में विकास और नेतृत्व
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन मिनी स्टेडियम्स के माध्यम से खेलों को शिक्षा का एक अभिन्न अंग बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य छात्रों में टीम वर्क, प्रतिस्पर्धा और नेतृत्व जैसी योग्यताओं का विकास करना है। स्कूल समय के बाद छात्र-छात्राएं इन स्टेडियम्स में खेल गतिविधियों में भाग ले सकेंगे, जिससे उनकी शारीरिक फिटनेस और मानसिक संतुलन बेहतर होगा।
PPP मोड में होगा संचालन, स्थानीय स्तर पर मिलेगा रोजगार
इन मिनी स्टेडियम्स का संचालन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत किया जाएगा। इसका लाभ सिर्फ छात्रों को नहीं, बल्कि स्थानीय प्रशिक्षकों, प्रबंधकों और खेल संबंधित सेवाओं से जुड़े लोगों को भी होगा। इससे न केवल खेल प्रतिभाओं को मंच मिलेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
ग्रामीण व शहरी खेल प्रतिभाओं को मिलेगा प्रोत्साहन
इस पहल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की छुपी हुई खेल प्रतिभाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का मौका मिलेगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग इसे खेल और शिक्षा के समन्वय से युवा विकास की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहा है।