जिस तरह से बाढ़ की परियोजनाओं को पूरी कहने की बात कह रहे हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि परियोजनाएं अभी अपूर्ण हैं और कागजों में पूर्ण दिखाया गया है। आज जलशक्ति मंत्री (सिंचाई ) स्वतंत्र देव सिंह द्वारा और सकरौर भिखारीपूर और एल्गिन चरसड़ी,सरयू घाघरा,परसपुर नरौरा में निम्न स्तर पर कार्य हुआ है।
लगभग हर वर्ष परियोजनाओं पर कार्य होता है और वह इस बाढ़ में भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाते है। सरकार सैकड़ों करोड़ो रूपये हर वर्ष परियोजनाओं पर खर्च करती है लेकिन सब भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जाता है। बाढ़ बचाव को लेकर परियोजनाएं बनाई जाती है कई बार वो आधी अधूरी रहती हैं।
यूपी की बात ने कई बार बाढ़ आने के पहले ही ध्यान आर्कषित कराया लेकिन उनके द्वारा कोई ध्यान नही दिया गया। अब नेपाल द्वारा लगभग 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद मंत्री जी को सरयू,घाघरा और राप्ती की याद आई है आने वाले दिनों में अतिवृष्टि से नेपाल लाखों क्यूसेक पानी छोड़ेगा जिससे आने वाले दिनो में और भयावह स्थिति देखने को मिलेगी और नादियां खतरे के निशान के ऊपर रहेंगी।
यूपी की बात के लिए आर सी भट्ट की रिपोर्ट