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जगतगुरु रामभद्राचार्य: जैसे रामजन्म भूमि में रामलला के लिए कोर्ट में गवाही दी वैसे ही श्रीकृष्ण भूमि मामले में भी दूंगा

उन्होंने कहा कि मैं श्री कृष्ण जन्मभूमि में भी अपनी गवाही दूंगा। गवाही में क्या कहना है, वह यह न्यायालय के समक्ष ही बताएंगे। श्री राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया। अब श्री कृष्ण को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए। बिना क्रांति के हमें श्री कृष्ण जन्मभूमि नहीं मिलेगी। अब मुरली से काम नहीं चलने वाला है। अब समय आ गया है और सुदर्शन चक्र उठाना पड़ेगा। इसी के साथ ब्रज भूमि को एक बार फिर क्रांतिमय बनाना होगा।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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जगतगुरु रामभद्राचार्य: जैसे रामजन्म भूमि में रामलला के लिए कोर्ट में गवाही दी वैसे ही श्रीकृष्ण भूमि मामले में भी दूंगा

हाथरस के जगतगुरु रामभद्राचार्य जी ने श्री कृष्ण जन्मभूमि को लेकर अपनी प्रक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि ”हम न्यायालय से श्री कृष्ण जन्मभूमि भी लेंगे। और यह हमारा अधिकार भी है।” उन्होंने आगे कहा कि मैं श्री कृष्ण जन्मभूमि में भी अपनी गवाही दूंगा। गवाही में क्या कहना है, वह यह न्यायालय के समक्ष ही बताएंगे। श्री राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया। अब श्री कृष्ण को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए। बिना क्रांति के हमें श्री कृष्ण जन्मभूमि नहीं मिलेगी। अब मुरली से काम नहीं चलने वाला है। अब समय आ गया है और सुदर्शन चक्र उठाना पड़ेगा। इसी के साथ ब्रज भूमि को एक बार फिर क्रांतिमय बनाना होगा।”

 

तुलसी पीठाधीश्वर जगतगुरु रामभद्राचार्य ने ये बातें शनिवार शाम गांव लाडपुर में रामकथा के दौरान कही हैं। उन्होंने आगे कहा, ”श्रीकृष्ण हमारे मित्र हैं। इसलिए जब तक श्री कृष्ण जन्मभूमि हमें नहीं मिलेगी, तब तक मैंने यह फैसला किया है कि मैं किसी कृष्ण मंदिर में नहीं जाऊंगा। हिंदुओं का अपमान अब सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह यहां श्री कृष्ण जन्मभूमि के लिए अलख जगाने के लिए आए हैं। इस राम कथा के जरिए यही प्रयास कर रहे हैं। अयोध्या में तो हमने राम मंदिर बना लिया। अब काशी विश्वनाथ और श्री कृष्ण जन्मभूमि की बारी है। ”

 

मस्जिद का निर्माण गर्भगृह में हुआ

 

रामभद्राचार्य ने कहा कि, ”हमारा कृष्ण मंदिर, केशव देव मंदिर के नाम से जाना जाता था। भगवान श्री कृष्ण का विग्रह 400 किलो सोने से बनवाया गया था। लेकिन वर्तमान में गर्भगृह पर मस्जिद बनाई गई है। और वर्तमान कृष्ण मंदिर गर्भगृह पर नहीं है। हम चंदा मांगकर मंदिर बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हाथरस तो रामायण जी का गढ़ रहा है। पंडित गया प्रसाद जी यहीं के थे और यहीं से वैरागी होकर गोवर्धन चले गए। यहां कथा कहने में बहुत आनंद आता है। बिना क्रांति के श्रीकृष्ण जन्मभूमि नहीं मिलेगी।”

 

इनका आशीर्वाद लेने पहुंच रहे वीआईपी

 

हाथरस में रामकथा कह रहे जगतगुरु रामभद्राचार्य का आशीर्वाद लेने के लिए कई वीआईपी और मंत्री पहुंच यहाँ पहुँच रहे हैं। इनमें जिला प्रभारी मंत्री असीम अरुण, सांसद राजवीर सिंह दिलेर, सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर, सिकंद्राराऊ विधायक वीरेंद्र सिंह राणा, भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी, सांसद प्रतिनिधि राजेश सिंह गुड्डू जैसे महानुभाव शामिल हुए हैं। इन सभी ने लाडपुर गांव पहुंचकर तुलसी पीठाधीश्वर का आशीर्वाद लिया। वहीं राम कथा में बागेश्वर सरकार धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज सहित कई और संतों का आगमन प्रस्तावित है।

 

आपको बता दें कि गांव लाडपुर में तीन दिन से जगतगुरु रामभद्राचार्य राम कथा रामभक्तों को सुना रहे हैं। जहाँ रोजाना हजारों की संख्या में भीड़ पहुंच रही है। तीसरे दिन रामभद्राचार्य ने रामचरितमानस के कई प्रसंगों का वर्णन किया। उनके राम कथा के दौरान भजन कीर्तन भी किया और लोग जमकर झूमे। इसी के साथ वहां मनमोहक झांकियां भी प्रस्तुत की गईं। यहाँ पर रामभद्राचार्य जी की राम कथा 2 फरवरी तक चलेगी।

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