सुल्तानपुर के जयसिंहपुर तहसील के एसडीएम संतोष कुमार ओझा को शासन ने घूसखोरी मामले में सस्पेंड कर दिया है।
घूस लेते पकड़े गए पेशकार
2 दिसंबर को जयसिंहपुर एसडीएम कोर्ट के पेशकार समरजीत पाल को अयोध्या एंटी करप्शन टीम ने पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था। समरजीत को पहले ही निलंबित किया जा चुका था।
मामला कैसे बढ़ा?
मोतिगरपुर के पारस पट्टी के निवासी मोहर्रम अली ने 24 नवंबर को अयोध्या एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज की थी। शिकायत में बताया गया कि उनके पिता की जमीन पर उनके चाचा ने अवैध कब्जा कर लिया है।
रिश्वत की मांग और एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई
22 नवंबर को मोहर्रम अली के पिता ने एसडीएम को सरकारी बंटवारे के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, जिसके बदले पेशकार ने 25 हजार रुपये रिश्वत मांगी। इसके बाद मोहर्रम अली ने एंटी करप्शन टीम को सूचना दी और 29 नवंबर को आरोप सही पाए जाने पर 2 दिसंबर को पेशकार की गिरफ्तारी हुई।
एसडीएम के निलंबन की प्रक्रिया
घूसकांड के बाद एसडीएम संतोष कुमार ओझा को भी निलंबित कर दिया गया है। डीएम कृत्तिका ज्योत्स्ना ने बताया कि यह कार्रवाई शासन के निर्देश पर की गई है। मामले की विस्तृत जांच शुरू की जाएगी, जिसके आधार पर आगे का निर्णय लिया जाएगा।