जालौन : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जालौन जिले के तीन ब्लॉकों में विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान की शुरूआत 10 फरवरी को होगी। इस अभियान में चार लाख से अधिक लोगों को फाइलेरिया उन्मूलने की दवा खिलाई जाएगी। तीनों ब्लॉकों में जनप्रतिनिधि इसका शुभारंभ करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी जालौन डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि फाइलेरिया प्रभावित जनपदों में अभियान चलाया जा रहा है। जिले के रामपुरा, माधौगढ़ व बाबई (महेबा) ब्लॉक में अभियान चलेगा। इसमें एक साल से अधिक आयु के लोगों को एल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी। बता दें कि रामपुरा ब्लॉक में 121581 लोगों को दवा खिलाई जानी है। इसके लिए 94 टीमें लगाई गई है। माधौगढ़ ब्लॉक में 159855 लोगों को दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए 124 टीमें लगाई गई है। जबकि बाबई (महेबा) ब्लॉक में 146000 लोगों को दवा खिलाने के लिए 113 टीमें लगाई गई है। अभियान में कुल चार लाख 27 हजार 436 लोगों को दवा खिलाई जानी है।
उन्होंने बताया कि दस फरवरी शनिवार को सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, न्यू पीएचसी, पीएचसी और सीएचसी व राजकीय मेडिकल कॉलेज उरई में दवा खिलाने के लिए बूथ दिवस आयोजित होगा। जो कि 28 फरवरी तक चलेगा। इसके अलावा सोमवार से घर घर जाकर दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए आशा व आंगनबा़ड़़ी की कुल 331 टीमें लगाई गई है। एक टीम को रोजाना कम से कम 25 घर कवर करने है और करीब 120 से 125 लोगों को दवा खिलाई जानी है।
वहीं टीमों को निर्देशित किया गया है कि एक साल से छोटे बच्चों, गर्भवती और गंभीर मरीजों को छोड़कर सभी को अपने सामने ही दवा खिलाई जानी है। अभियान 28 फरवरी तक चलेगा। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरविन्द भूषण व नोडल अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि एक साल से दो साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी टेबलेट खिलाई जानी है। दो से पांच साल तक के बच्चों को डीईसी की एक और एल्बेंडाजोल की एक टेबलेट दी जाएगी है। पांच से 15 साल तक के बच्चों को डीईसी की दो और एल्बेंडाजोल की एक टेबलेट दी जाएगी है। जबकि 15 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को डीईसी की तीन और एल्बेंडाजोल की एक टेबलेट खिलाई जाएगी है। उन्होंने बताया कि अभियान की रोजाना रिपोर्टिंग होगी।
उन्होंने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के दौैरान दवा जरूर खाए। इससे हाथीपांव जैसी बीमारी से बचाव होता है। इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. अरविंद भूषण, डब्लूएचओ की एसएमओ डॉ. अन्विता मिश्रा, बायोलाजिस्ट भावना वर्मा, पीसीआई के प्रतिनिधि सुनील गुप्ता, डब्लूएचओ के जोनल कोआर्डिनेटर डॉ. राहुल आदि मौजूद रहे।