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Loksabha Election 2024: जयंत चौधरी ने सुर बदलते हुए अखिलेश को कहा, उन्हें अपने उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं

UP Loksabha Election 2024: सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर जयंत चौधरी के सुर बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं ऐसे में वे स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा अखिलेश पर किए तंज को लेकर कहा कि सपा में पैलसे लेने वाला कोई है ही नहीं। समाजवादी पार्टी वाले अपने प्रत्याशियों के नाम को लेकर स्वयं संदेह में हैं तो दूसरों के प्रत्याशी को लेकर उनका आरोप आधारहीन।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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Loksabha Election 2024: जयंत चौधरी ने सुर बदलते हुए अखिलेश को कहा, उन्हें अपने उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं

UP Loksabha Election 2024: आगामी आम चुनाव 2024 के लिए उत्तर प्रदेश राज्य से सपा ने अभी तक 57 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का नाम पहले ही ऐलान कर दिया है। उल्लेखनीय है कि सपा इस बार इंडी गठबंधन से चुनावी मैदान में उतरी है। इस गठबंधन के अंतर्गत सपा के 62 उम्मीदवार उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रहे हैं। पर यहां एक बात गौर करें कि सपा ने जिन 57 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है उनमें से करीब 10 उम्मीदवारों के नाम को ऐलान करने के बाद प्रत्याशी ही बदल दिया।

लेकिन अब जयंत चौधरी ने एक न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत में सपा के फैसले को लेकर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि- जब हमारी पार्टी उनके साथ थी और हमारी उनकी सीटों को लेकर चर्चा हो रही थी, तब उनके नेताओं ने हमारे नेताओं से कहा था कि पहले प्रत्याशी तो बताओ, तुम्हारे पास कोई प्रत्याशी है। आपने तो देख ही लिया है कि उन्होंने खुद तीन-तीन और चार-चार बार खुद अपने प्रत्याशी बदल दे रहे हैं।

सपा के समर्थक पार्टी से निराश हैं- जयंत चौधरी

जयंत ने आगे तंज कसते हुए कहा कि- उनके पास ही कौन सा प्रत्याशी था। एक बार आप सोच कर देखिए, कोई नामांकन करने जा रहा है और फिर कोई और नमांकन कर दे रहा है, तो ऐसे में प्रत्याशी बदलने से कितने समर्थक उनके होंगे जो निराश होंगे। ऐसे में प्रत्येक स्तर पर एक कंफ्यूजन बन गया है। इसके लिए पार्टी में निर्णय लेने की एक क्षमता और स्थिरता होनी चाहिए ताकि कार्यकर्ता का विश्वास बना रहे पर इसके लिए जरूरी है कि आप सोच-समझकर किसी निर्णय को लें और कहीं भी कुछ भी न करदें।

उन्होंने आगे कहा कि- कार्यकर्ता को ये विश्वास होना चाहिए कि पार्टी ने स्थिर निर्णय लिया है। सपा में किसी को पता ही नहीं है कि उनका टिकट कहां से कट रहा है और कहा से हो रहा है। अब तो ये भी पक्का नहीं है कि कल तक अपने फैसले पर टिकेंगे या नहीं। अब जब आप अपने पार्टी को इस तरीके से चला रहे हैं तो जनता में भी गलत मैसेज जाना स्वभाविक ही है। हालांकि उल्लेखनीय है कि जयंत चौधरी से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी सपा से इस्तीफा देते समय अखिलेश यादव के लिए इसी फैसले पर सवाल खड़े किए थे।

स्वामी प्रसाद ने भी उठाए थे यही सवाल

इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि सपा अध्यक्ष बार-बार अपने उतारे गए प्रत्याशी या सिंबल को बदल दे रहे हैं। फिर उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव का ज़िक्र करते हुए कहा कि इन चुनावों में कई प्रत्याशियों का पर्चा व सिंबल दाखिल होने के बाद भी अचानक काट दिए दिए गए थे , लेकिन इनके तमाम कोशिशों के चलते भी पार्टी ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है।

बता दें कि आम चुनाव 2024 में भी सपा ने करीब दस सीटों पर अभी तक अपने प्रत्याशियों को बदल दिया है। मुरादाबाद, मेरठ, बदायूं, आजमगढ़ समेत तमाम सीटों पर पार्टी ने अनगिनत बार अपने प्रत्याशी बदले हैं। जिसको लेकर खुद पार्टी में भी कई बार सवाल खड़े हुए हैं।

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