1857 के स्वतंत्रता संग्राम में झांसी की रानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजों को लोहे के चने चबवा दिए थे
सूबे की चंद हाई प्रोफाइल संसदीय सीटों में से एक है उत्तर प्रदेश की झांसी लोकसभा सीट जिसका 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अहम रोल रहा है . रानी लक्ष्मीबाई के नाम से मशहूर रही झांसी की रानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजों को लोहे के चने चबवा दिए थे . आज दुनियाभर में उनके नाम से झांसी को एक नयी पहचान मिली . बुंदेलखंड में पड़ने वाले इस इलाके को वीरता-त्याग और आत्मम्मान के लिए भी जाना जाता है.वहीं , राजनीतिक रूप से भी यह कांग्रेस का मजबूत इलाका रहा है, लेकिन वक्त के साथ बीजेपी ने इस क्षेत्र में अपनी जगह बना ली।
तो लोक सभा के पांचवे चरण का अहम् पड़ाव होगी झांसी , पांचवे चरण के चुनाव 20 मई को तय
तो संसदीय चुनाव के पांचवे चरण के चुनाव का अहम् पड़ाव कही जानी वाली झांसी से वर्तमान में सांसद अनुराग ठाकुर हैं, यहां से पहले सांसद रघुनाथ विनायक धूलेकर थे। वह कांग्रेस के टिकट पर जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। झांसी को चंदेल राजाओं का गढ़ भी मन जाता है। और तो और यह ऐतिहासिक शहर पहुंज और बेतवा नदी से भी घिरा हुआ है। वर्तमान में झांसी डिवीजनल कमिश्नर का मुख्यालय है, जिसमें झांसी, ललितपुर और जालौन जनपद शामिल हैं। इस लोकसभा सीट में विधानसभा की पांच सीटें हैं। ये सीटें झांसी नगर, बबीना, मऊरानीपुर, ललितपुर और महरौनी हैं। इस सीट पर अब तक 17 लोकसभा चुनाव में 9 बार कांग्रेस, छह बार भारतीय जनता पार्टी, एक-एक बार भारतीय लोकदल, बहुजन समाजवादी पार्टी और समाजवादी पार्टी ने अपना परचम लहराया है।
झांसी लोक सभा की आबादी , मतदाता व आबादी
झांसी लोकसभा सीट पर 2011 के जनगणना के मुताबिक कुल जनसंख्या 27,57,007 है. इसमें 66.4 फीसदी ग्रामीण और 33.6 फीसदी शहरी आबादी है. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के मुताबिक इस लोकसभा सीट पर पांचों विधानसभा सीटों पर कुल 19,91,832 मतदाता और 2,075 मतदान केंद्र हैं. अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 24 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की आबादी 2.27 फीसदी है. इसके अलावा यादव और ब्राह्मण मतदाता काफी निर्णायक भूमिका में हैं. यहां मुस्लिम 9 फीसदी, सिख 2 फीसदी और जैन धर्म के 3 फीसदी मतदाता हैं.
झांसी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं
झांसी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें बबीना, ललितपुर, झांसी नगर, महरौनी और मऊरानीपुर, जिनमें से महरौनी और मऊरानीपुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 2017 के विधानसभा चुनाव में पांच में से चार सीटों पर बीजेपी और झांसी नगर सीट पर बीएसपी को जीत मिली थी.
2019 का जनादेश
झांसी लोकसभा सीट से 11 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थें. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और फायर ब्रांड नेता उमा भारती की जगह अनुराग शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा था. जिन्हें गठबंधन की तरफ से सपा के श्याम सुंदर सिंह से चुनौती मिली थी. कांग्रेस ने शिवशरण को टिकट दिया था. इसके अलावा किसान रक्षा पार्टी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), स्वतंत्र जनता राज पार्टी, बुंदेलखंड क्रांति दल के साथ चार निर्दलीय चुनावी मैदान में थें. 2019 लोकसभा में भी भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट को अपने कब्जे में कर लिया. बीजेपी के अनुराग शर्मा ने भारी मतों से जीत हासिल की.
बीजेपी के अनुराग शर्मा को 8,09,272 वोट मिले
सपा के श्याम सुंदर सिंह यादव को 4,43,589 वोट मिले
कांग्रेस के शिवशरण कुशवाह को 86,139 वोट मिले थे.
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में झांसी संसदीय सीट पर 68.36 फीसदी मतदान हुए थे. इस सीट पर बीजेपी के उमा भारती ने सपा के डाक्टर चंद्रपाल यादव को एक लाख 90 हजार 467 वोटों से मात देकर जीत हासिल की थी.
बीजेपी की उमा भारती को 5 , 75,889 वोट मिले
सपा के चंद्रपाल यादव को 3 , 85,422 वोट मिले