हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करके अब भी फरार है और 50 पुलिस की टीम लगा देने के बाद भी उसका कोई ठिकाना नहीं मिलता हुआ नज़र आ रहा है।
वही दूसरी और पुलिस थाने की सत्यनिष्ठा पर सवाल उठने पर एसएसपी दिनेश कुमार पी देर रात चौबेपुर थाने के दारोगा सिपाहियों समेत 68 पुुलिस कर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया।
इससे पहले थाना प्रभारी विनय तिवारी, दारोगा कृष्णकुमार शर्मा, कुंवरपाल और सिपाही राजीव को निलंबित किया जा चुका है।
एसटीएफ ने विकास और उसके गुर्गों की कॉल डिटेल की जांच की तो थाने के सभी दारोगा और सिपाहियों की भूमिका पर सवाल खड़े हुए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक थाने के सभी दारोगा, मुंशी, दीवान, चौकी प्रभारी विकास व उसके गुर्गों के संपर्क में थे। इसी वजह से एसटीएफ ने सभी पर कार्रवाई करने की मांग की थी।
इसके अलावा आपको बता दे कि 200 से अधिक पुलिसकर्मी जांच के दायरे में है। उनकी कॉल डिटेल की पड़ताल की जा रही है। इनमें से भी कई की विकास व उसके गुर्गों से बात होती थी।