लखनऊ में आयोजित कृषि भारत-2024 का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया, जिसका उद्देश्य सतत कृषि विकास और नवाचार को बढ़ावा देना है। इस महाकुंभ में कृषि और प्रौद्योगिकी के संगम के रूप में किसानों, वैज्ञानिकों, तकनीकी विशेषज्ञों और उद्यमियों ने भाग लिया।
खेती की लागत कम करना और आधुनिकीकरण पर जोर
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने खेती में लागत कम करने और कृषि में आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ये दोनों पहलू किसानों की सहूलियत और उनकी आमदनी में वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
तकनीकी आत्मनिर्भरता का आह्वान
मुख्यमंत्री योगी ने तकनीकी नवाचार और विकास की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिससे कृषि आत्मनिर्भर और उन्नत बन सके। उन्होंने कार्यक्रम में प्रदर्शित नवीनतम कृषि तकनीकों को देखा और किसानों के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं को समझा।
आधुनिक और टिकाऊ कृषि का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए उर्वरक और खाद के संतुलित उपयोग को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें कृषि को आधुनिक और टिकाऊ बनाने के प्रयासों में लगी हैं, जिनमें कई योजनाएं शामिल हैं।
नवाचार को प्रोत्साहन
किसानों के हित में नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती में लागत को कम करने और आधुनिक तकनीक को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने जैविक खेती के महत्व पर भी बल दिया, जिससे खेती की लागत में कमी और लाभ में वृद्धि हो सके।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में हो रहे तेज विकास और योजनाओं के ग्राउंड जीरो तक पहुंचने की सराहना की। उन्होंने किसानों को तकनीकी नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित किया ताकि प्रदेश का कृषि क्षेत्र नई ऊंचाइयों पर पहुंच सके।
इस महाकुंभ का उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों और नवाचारों से जोड़ना है, जिससे प्रदेश की कृषि में आर्थिक मजबूती आए और किसानों का जीवन स्तर सुधरे।