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Mathura News: मथुरा-वृंदावन में भू-माफियाओं का बोलबाला, ‘यूपी की बात’ ने ग्राउंड जीरो पर किया रियलिटी चेक

इन दिनों मथुरा में भू माफियाओं का बोलबाला है। जो आये दिन लोगों की जमीनों पर क़ब्जा करते जा रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन उदासीन बना हुआ है। पीड़ित अपनी फरियाद को लेकर आला अधिकारियों के चक्कर काटते थक चुके हैं लेकिन उनकी जमीनें अब तक भू माफ़ियाओं के चंगुल से कब्जामुक्त नहीं हो पाई हैं।

बड़े पैमाने पर जमीनों पर कब्जा

कान्हा की नगरी मथुरा में बड़े पैमाने पर जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं। लेकिन जिलाधिकारी भूमाफियाओं पर लगाम लगाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जमीनों पर अवैध कब्जों को लेकर बेहद सजग और गंभीर हैं। आखिर मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जिले के अधिकारी जनता दर्शन कार्यक्रम में जनता की सुनवाई और समस्याओं का निराकरण कर रहे है या नहीं।

यूपी की बात टीम ने किया रियलीटी चेक

यूपी की बात की टीम इस बात की रियलीटी चेक करने मथुरा पहुंची। जहां अपनी समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर आए दर्जनों फरियादियों से यूपी की बात की टीम ने बातचीत की तो उनमें से ज्यादातर फरियादियों की शिकायतें जमीनों पर कब्जे और भू-माफियाओं के खिलाफ नज़र आयी। कई फरियादियों ने यूपी की बात पर अपना दर्द साझा भी किया।

कई महीने से जिलाधिकारी दफ्तर के चक्कर लगा रहे

उन्होंने बताया कि कई महीनों से जिलाधिकारी दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं और प्रार्थना पत्र देकर परेशान हो चुके हैं। फरियादियों ने बताया कि उनके प्रार्थना पत्रों को कूड़े के ढेर में डाल दिया जाता है और कोई सुनवाई नहीं होती। फरियादियों ने बताया कि मथुरा में भू-माफिया बढ़ रहे है जो आये दिन जमीनों पर क़ब्जा कर लेते हैं।

यूपी की बात की टीम ने मथुरा की तमाम जन समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह से खास बातचीत की। जहां उन्होंने जिलाधिकारी मथुरा की जनता की समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण हो रहा है और भू-माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है।

मथुरा का जिला प्रशासन किस तरह से भूमाफियाओं पर शिंकजा कसने में नाकाम है यह स्पष्ट दिख रहा है। आला अधिकारी लोगों की जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को मुक्त करने में असमर्थ है, फरियादी लंबे समय से अधिकारियों को चक्कर काट रहे हैं। उन्हें अब सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन कोई समाधान नहीं। ऐसे में देखना ये होगा कि इन माफियाओं की मनमानी पर कब तक लगाम लगेगी।

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