लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने अवैध निर्माण पर नकेल कसने के लिए एक नई तकनीकी पहल की है। अब शहर के विभिन्न इलाकों में होने वाले अवैध निर्माण पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन कैमरों का सहारा लिया जाएगा। इस तकनीकी प्रणाली के माध्यम से निर्माण गतिविधियों की पहचान की जाएगी और उसके आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी और जनता को पोर्टल पर सारी जानकारी उपलब्ध होगी।
LDA का मानना है कि ड्रोन तकनीक से प्राप्त सबूतों के आधार पर अवैध निर्माण पर त्वरित और सटीक कार्रवाई की जा सकेगी। हालांकि, केवल पहली कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि LDA यह सुनिश्चित करने के लिए दोबारा सर्वे भी कराएगा कि आरोपियों ने अवैध निर्माण का कार्य फिर से शुरू नहीं किया है। इस तरह की दोहरी निगरानी से अवैध निर्माण पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकेगा।
अब सिर्फ निर्माण करने वाले को ही नहीं, बल्कि जिन अधिकारियों की लापरवाही से अवैध निर्माण हुआ है, उनकी भी जवाबदेही तय की जाएगी। अगर किसी इलाके में अवैध निर्माण होता है, तो उस क्षेत्र के ज़िम्मेदार अधिकारी पर भी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम LDA द्वारा भ्रष्टाचार और लापरवाही को रोकने के लिए उठाया गया है।
LDA के अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन तकनीकी से निगरानी अधिक पारदर्शी, सटीक और तेज होगी। इससे न केवल राजस्व की चोरी करने वाले अवैध निर्माण पर रोक लगेगी, बल्कि यह कदम LDA की छवि को भी मजबूती प्रदान करेगा। इस नई प्रणाली के द्वारा अवैध निर्माण पर पूरी तरह से नियंत्रण प्राप्त करने का उद्देश्य है।