उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट सेक्टर में बड़े नामों में शुमार अंसल ग्रुप पर कानूनी शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। बीते तीन दिनों में लखनऊ के हजरतगंज और सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अंसल ग्रुप के खिलाफ 18 नए मुकदमे दर्ज किए गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद निवेशक लगातार लखनऊ समेत विभिन्न थानों में शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं।
किन स्थानों पर दर्ज हुए मुकदमे?
अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। केवल लखनऊ में ही हाल ही में 18 नए केस दर्ज हुए हैं:
बड़े नामों पर कानूनी कार्रवाई
इन मुकदमों में अंसल ग्रुप के प्रमुख सुशील अंसल और प्रणव अंसल समेत कंपनी के कई अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। अधिकतर मामलों में पैसा लेकर भी प्लॉट न देने के आरोप लगाए गए हैं। निवेशकों ने दावा किया है कि उन्हें भुगतान करने के बावजूद संपत्तियों का कब्जा नहीं दिया गया, जिससे वे आर्थिक रूप से प्रभावित हुए हैं।
ईडी की जांच फिर से हुई तेज
तीन साल पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अंसल ग्रुप के खिलाफ जांच शुरू की थी, लेकिन यह अचानक रुक गई थी। अब, नए मुकदमों के दर्ज होने के बाद ईडी ने दोबारा फाइलें खोलनी शुरू कर दी हैं। ईडी अब यूपी समेत 5 राज्यों में अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी इकट्ठा कर रही है।
2019 में एयरपोर्ट से हुई थी गिरफ्तारी
सितंबर 2019 में लखनऊ पुलिस ने प्रणव अंसल को नई दिल्ली एयरपोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया था। उस समय ईडी की रडार पर एक पूर्व आईएएस अधिकारी और अंसल ग्रुप के तत्कालीन एमडी भी थे। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने पूछताछ के लिए कई नोटिस जारी किए थे। इसके अलावा, एजेंसी ने 150 करोड़ रुपये निवेश करने वाले एक एनआरआई (NRI) पर भी जांच शुरू की थी।