Site icon UP की बात

Loksabha Election 2024: चूड़ियों के निर्माण के लिए मसहूर फिरोजाबाद संसदीय सीट के बारे में आइए जानते हैं?

Let us know about Firozabad parliamentary seat famous for the manufacturing of bangles

Let us know about Firozabad parliamentary seat famous for the manufacturing of bangles

फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश का एक शहर एवं जिला मुख्यालय है। यह शहर चूड़ियों के निर्माण के लिये प्रसिद्ध है और आगरा से 40 किलोमीटर स्थित है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ यहाँ से लगभग 250 किमी पूर्व की तरफ है। फिरोज़ाबाद ज़िले के अन्तर्गत दो कस्बे टुंडला और शिकोहाबाद आते हैं। टुंडला पश्चिम तथा शिकोहाबाद शहर के पूर्व में स्थित है। यहां पर मुख्यतः चूडियों का कारोबार होता है। ऐसे में आप यहां रंग बिरंगी चूड़ियों को अपने चारों ओर देख सकते हैं। लेकिन समय के साथ अब यहाँ पर गैस का कारोबार भी होने लगा है।

2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार फिरोजाबाद की जनसंख्या लगभग 25 लाख थी और जनसंख्या घनत्व 1,038 प्रति वर्ग किलोमीटर है। यहां की 71.92 फीसदी जनसंख्या साक्षर की श्रेणी में आती है। जिनमें पुरुष 80.82 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 61.75 फीसदी है। आपको बता दें कि इस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 5 सीटें आती हैं, जिनमें जसराना, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, सिरसागंज व टुंडला सीट शामिल हैं।

फिरोजाबाद का संसदीय इतिहास

फिरोजाबाद क्षेत्र में सबसे पहला चुनाव 1957 में हुआ था, जिनमें निर्दलीय उम्मीदवार ने बाजी मारी थी। उसके बाद 1967 से 1971 तक यहां सोशलिस्ट पार्टी ने राज किया। फिर 1971-77 तक इस सीट पर कांग्रेस पार्टी का अधिपत्य रहा। इसके बाद 1977 से 1980 तक इस सीट पर लोकदल पार्टी काबिज रहा इसके बाद 1984-89 तक यह सीट एक बार फिर से कांग्रेस के हाथ में आ गई। उसके बाद 1989-91 तक यहां जनता दल रही।

भाजपा ने 1991 से 1999 तक इस संसदीय क्षेत्र में हैट्रिक लगाई, लेकिन इस क्षेत्र को सपा का गढ़ भी माना जाता रहा है, क्योंकि सपा ने 1999 से 2009 तक इस सीट पर अपने जात का पटाका फहराया था। साल 2009 में यह सीट कांग्रेस पार्टी के हाथ में थी। लेकिन 2014 के चुनावों में सपा ने यहां दोबारा अपना गढ़ जीत लिया।

2014 में इस सीट का परिणाम

2014 के आम चुनाव में फिरोजाबाद में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच आर-पार की टक्कर हुई थी, पर समाजवादी पार्टी के अक्षय यादव ने यहां से मैदान को फतह कर लिया। यहां से अक्षय यादव को 5 लाख से ज्यादा यानी 48.4% वोट प्राप्त हुए थे वहीं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को 38 फीसदी वोट मिले थे और दूसरे नंबर पर रही थी।

2019 में इस सीट का परिणाम

2019 लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद संसदीय सीट से भाजपा के चंद्र सेन जादौन ने जीत दर्ज की, उन्हें 4,95,819 वोट मिले थे। तो वहीं समाजवादी पार्टी के अक्षय यादव को 4,67,038 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के शिवपाल सिंह यादव को इस आम चुनाव में 91,869 वोटों मिले और वे तीसरे नंबर पर रहे। 2019 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर 59.71 फीसदी मतदान हुआ था।

2024 में यहां से उम्मीदवार कौन-कौन हैं?

भाजपा प्लस प्रत्याशी की तरफ से फिलहाल किसी प्रत्याशी को मैदान पर अभी नहीं उतारा है।
सपा प्लस प्रत्याशी की ओर से अक्षय यादव
बसपा पार्टी की तरफ से सत्येंद्र जैन सौली को मैदान में उतारा है।

डॉ चंद्र सेन जादोन के बारे में

चंद्रसेन जादौन (6 जुलाई 1950) एक भारतीय राजनेता हैं और उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे हैं। चंद्रसेन जादौन फिरोजाबाद के सिरसागंज कस्बे से आते हैं। उन्होंने भाजपा में एक साधारण कार्यकर्ता के तौर काफी समय तक कार्यरत रहे हैं। भाजपा ने 17वीं लोकसभा के लिए चंद्रसेन जादौन पर भरोसा जताया था और उन्होंने फिरोजाबाद से जीत दर्ज भी की थी। पेशे से डॉक्टर चंद्रसेन ने बीएससी, आयुर्वेदाचार्य में डिग्री प्राप्त की है। इनकी राजनीतिक शुरुआत 1996 में घिरोर विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर शुरू हुई थी, मगर यहां इन्हें हार का मुँह देखना पड़ा था। वहीं, 2002 में डॉ चंद्रसेन जादौन भाजपा के जिला महामंत्री रहे थे।

फिरोजाबाद शहर में क्या प्रसिद्ध है?

यह शहर चूड़ियों के निर्माण के लिये प्रसिद्ध है। इसी के साथ ये पर्यटन स्थल के लिए भी प्रसिद्ध है…

फिरोजाबाद संसदीय सीट का जातीय समीकरण

2014 के आंकड़ों के मुताबिक फिरोजाबाद में 16 लाख से ज्यादा मतदाता थे, जिनमें से 9 लाख से ज्यादा पुरुष मतदाता और 7 लाख से अधिक महिला मतदाता थीं। इस सीट पर मुस्लिम मतदाता के बाद जाट और यादव मतदाताओं का अच्छा प्रभाव है। समाजवादी पार्टी इसी ​समीकरण को अपने पक्ष में करने में लगी हुई है।

Exit mobile version