सहारनपुर संसदीय सीट भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है। यहाँ पर प्रदेश के सबसे ज्यादा प्रभावशली व्यक्ति चन्द्रशेखर रावण निवास करते हैं। वहीं जिले की भौगोलिक विशेषताओं ने भी यह साबित कर दिया कि सहारनपुर क्षेत्र मानव आवास के लिए उपयुक्त था। बता दें कि जिले के विभिन्न हिस्सों में खुदाई की जाती थी, अर्थात् अंबेखेरी, बड़गांव, हुलास और नसीरपुर जैसे स्थानों पर खुदाई कार्य के दौरान ये सबूत मिले हैं।
और इन खुदाइयों के दौरान कई चीजें मिलती हैं, जिसके आधार पर यह पता लगाया गया कि सहारनपुर जिले में प्रारंभिक निवासी 2000 ईसा पूर्व में यहां रहते थे जो कि सिंधु घाटी सभ्यता के निशान और इससे पहले के भी साक्ष्य उपलब्ध हैं और जिससे निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि यह क्षेत्र सिंधु घाटी सभ्यता के साथ जुड़ा हुआ है।
वहीं 1857 के बाद, मुस्लिमों का सांस्कृतिक और राजनीतिक इतिहास अलीगढ़ और देवबंद के चारों ओर आगे बड़ने लगा। कासिम नैनोटवी देवबंद का प्रतिनिधित्व करते थे और उन्होंने ब्रिटिश का विरोध किया था, इसी के साथ इष्ट भारतीय राष्ट्रवाद, हिंदू मुस्लिम एकता और संयुक्त भारत का पक्ष लिया था।
सहारनपुर का संसदीय इतिहास
सहारनपुर सीट के इतिहास को देखें तो यहां सबसे अधिक छह बार कांग्रेस को फतह मिली है। लेकिन, यह उन दिनों की बात है जब कांग्रेस के अलावा दूर-दूर तक कोई और मजबूत पार्टी थी ही नहीं। आपको बता दें कि आखिरी बार 1984 में कांग्रेस यहां से जीती थी। वहीं 90 के दशक के बाद मंडल और कमंडल की टकराहट में कांग्रेस की उम्मीदें चूर होती गई। 1999, 2009 और 2019 में तीन बार बसपा काबिज हुई तो 96, 98 और 2014 में यहां कमल का वर्चस्व रहा। इनके बीच केवल एक बार 2004 में साइकल भी यहां से रेस जीतने में कामयाब रही थी।
2019 में सहारनपुर संसदीय सीट का क्या रहा परिणाम
2019 के आम चुनाव में सहारनपुर संसदीय सीट से बीएसपी के उम्मीदवार हाजी फज़लुर रहमान ने बाजी मारी थी। उन्होंने इस चुनाव में 514,139 वोट प्राप्त किए थे जो कि कुल वोट प्रतिशत का 41.89 फीसद था। वहीं दूसरे नंबर पर भाजपा के उम्मीदवार राघव लखनपाल रहे जिन्हें 491,722 वोट मिले थे और ये कुल वोट प्रतिशत का 40.06 फीसद था। जबकि तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार इमरान मसूद रहे जिन्हें 207,068 वोट मिले और जो कुल वोट प्रतिशत का 16.87 फीसद था।
2024 में कौन-कौन हैं इस सीट से उम्मीदवार
भाजपा प्लस प्रत्याशी की तरफ से राघव लखनपाल को उम्मीदवार बनाया गया है।
सपा प्लस प्रत्यासी की ओर से इमरान मसूद को उम्मीदवार बनाया गया है।
बसपा प्रत्याशी की तरफ से माजिद अली को अपना उम्मीदवार बनाया है।
सहारनपुर क्यों प्रसिद्ध है?
सहारनपुर अपने लकड़ी के नक्काशीदार कुटीर उद्योग के लिए प्रसिद्ध है और इसके साथ ही विदेशी मुद्रा कमाने में भी नंबर एक पर आता है। इसके भौतिक स्तिथि के संबंध में कहा जाए तो, ये संसदीय सीट उत्तर और उत्तर-पूर्व में शिवालिक पहाड़ियों से घिरा हुआ है जोकि इसे उत्तरांचल राज्य के देहरादून जिले से अलग करता है।
हाजी फज़लुर रहमान के बारे में
रहमान(30 नवंबर 1951) ने 1972 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी । उनका परिवार उत्तर प्रदेश में प्रमुख गोमांस निर्यातकों में से एक है। 27 फरवरी 2019 को, समाजवादी पार्टी , बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के महागठबंधन ने घोषणा की थी ऐसे में वे यहां से प्रत्याशी चुने गए थे।