1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. गंगा और यमुना के ऊफान से 12 जिले बाढ़ की चपेट में, 8062 लोगों ने राहत शिविरों में ली शरण

गंगा और यमुना के ऊफान से 12 जिले बाढ़ की चपेट में, 8062 लोगों ने राहत शिविरों में ली शरण

उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 39216 लोग प्रभावित हुए हैं। नदियों के ऊफान से इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जीवन पर असर पड़ा है। वहीं, 8062 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
Updated:
गंगा और यमुना के ऊफान से 12 जिले बाढ़ की चपेट में, 8062 लोगों ने राहत शिविरों में ली शरण

गंगा और यमुना के विकराल रूप से यूपी के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए सभी विभागों के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए हैं। जिसके बाद से ही सभी विभाग अलर्ट पर हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा रहे हैं। इस वक्त सूबे के 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं।

खतरे के निशान से ऊपर नदियां बह रही हैं। चाहे गंगा हो या फिर जमुना इस वक्त विकराल रूप अख्तियार कर ली हैं। नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुजफ्फरनगर और सहारनपुर बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। पिछले 24 घंटे में सूबे में चार लोगों की मौत की भी खबरें आईं हैं।

यूपी के 12 जिलों के 426 गांवों में बाढ़ का संकट है। यहां लोगों को अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में जाने पर मजबूर होना पड़ा है। बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों को योगी सरकार हर संभव मदद कर रही है। अलीगढ़, बिजनौर, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली के कुल 426 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।

उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 39216 लोग प्रभावित हुए हैं। नदियों के ऊफान से इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जीवन पर असर पड़ा है। वहीं, 8062 लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। आपको बता दें कि बदायूं में गंगा और मथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

बदायूं में गंगा के विकराल रूप से गांव के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिन लोगों के घर में पानी भर गया है, उनको मजबूरी में गांव खाली करना पड़ रहा है। गांव के लोग जरूरी चीजें अपने साथ तटबंध पर ले जाने को मजबूर हो गए हैं। बाढ़ की वजह से बिजली काट दी गई है, जिससे गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर मथुरा में भी यमुना का पानी तबाही मचा रहा है। मथुरा में स्थिति ऐसी है कि जहां बच्चे खेलते थे, वहां नाव चल रही है।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...