उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए हमेशा स्वच्छता के संदेश को प्रचारित करते रहते हैं। इसके लिए वे तमाम बड़े इवेंट करते रहते हैं वहीं दूसरी तरफ गोरखपुर नगर निगम की बात करें तो गोरखपुर नगर निगम का हाल बहुत ही खराब दिखाई दे रहा है।
जहां एक तरफ सीएम योगी के आने पर सड़कों को चमका दिया जाता है वहीं दूसरी तरफ गोरखपुर के नंदा नगर में, जहां पर सबसे ज्यादा भूतपूर्व और वर्तमान सैनिक के परिवार रहते हैं वहां पर बीच सड़क में कूड़ा डंप करने की वजह से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी बनी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े को बीच सड़क पर ही छोड़ दिया जाता है 2 से 3 दिन गाड़ी आती है और कूड़े को उठाकर ले जाती है। आपको बता दें कि गोरखपुर नगर निगम के द्वारा लिगसी और सॉलिड बेस्ट के रीसायकल मैनेजमेंट के लिए 2022 में एक कंपनी को टेंडर दिया था लेकिन अब वह टेंडर समाप्त हो चुका है।
ऐसे में कूड़े का निस्तारण कैसे होगा इस पर कोई भी जिम्मेदार बोलने को तैयार नहीं हैं। जब हमारी टीम स्थानीय लोगों से मिली तो लोगों ने बताया कि हमारे यहां कोई शादी- ब्याह या फिर छोटा भी कोई उत्सव या फंक्शन होता है तो हमको घर से बाहर जाकर दूसरे पड़ोसी के यहां उस फंक्शन को करना पड़ता है। इस कूड़े से इतना दुर्गंध उठता है कि हम अपने घर पर किसी को बुला भी नहीं सकते हैं।
वहीं स्थानीय पार्षद ने कहा कि कूड़े की डंपिंग के लिए एक जगह का चयन कर लिया गया है जल्दी ही वहां निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा लेकिन, सवाल यह उठता है कि बरसात में नालियां पूरी तरह से चौंक हो चुकी हैं और सड़कों पर कूड़े दूर-दूर तक दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में क्या मुख्यमंत्री के सपनों का शहर यही गोरखपुर है!?