नई दिल्ली /अमेठी : लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में कुछ हाई प्रोफाइल सीटों पर सबकी निगाह गड़ी है क्योंकि परम्परागत तौर पर गांधी परिवार की अमेठी और रायबरेली ऐसी सीटें हैं, जिन पर कौन लड़ेगा इस पर सस्पेंस की स्थिति अब तक बरकरार है। इस बात को लेकर भी चर्चा चल रही है कि मंगलवार दोपहर तक शायद राहुल गांधी के नाम पर मुहर लग जाएगी।
चर्चा इन सीटों के उम्मीदवारों के बारे में नहीं हो रही, बल्कि उम्मीदवार नहीं उतारने की वजह को लेकर हो रही है. अमेठी और रायबरेली सीट हमेशा से ही कांग्रेस का गढ़ रही है. 2019 के इलेक्शन को छोड़ दें, तो दोनों सीटों से गांधी परिवार का ही कोई सदस्य जीतता रहा है. लेकिन इस बार कांग्रेस (Congress) ने अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस रखा है। दोनों सीटों पर 20 मई को वोटिंग होनी है. वहीं , नामांकन के लिए 2 दिन ही बचे हैं। लेकिन उधर कांग्रेस लीडरशिप अब तक यह तय नहीं कर पाई है कि अमेठी से इस बार भी राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे या नहीं .।
ऐसे में जब उत्तर -प्रदेश की इन दोनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर गहमागहमी चल रही है , जो सवाल सामने आ रहा है वह है कि क्या सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद प्रियंका गांधी रायबरेली सीट से इलेक्शन डेब्यू करेंगी? यह हीलाहवाली ये भी सवाल उठा रहा है है कि आखिर कांग्रेस क्या सोच रही है ? उम्मीदवार तय करने में देरी इस बात को सामने ला रही है कि इसके पीछे कांग्रेस कांग्रेस की रणनीति है या गांधी परिवार में ही मतभेद है ?
अमेठी-रायबरेली में उम्मीदवार का अभी क्यों नहीं हुआ ऐलान ?
पिछले चुनावों में अमेठी में मिली हार के बाद कांग्रेस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। .इस बात को लेकर कांग्रेस ने बीते शनिवार को केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक भी बुलाई जिसमें समें इन दोनों ही सीटों के प्रत्याशियों के नाम को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान एक रिपोर्ट भी सौंपी गई, लेकिन अब तक कांग्रेस किसी भी फैसले तक नहीं पहुंच सकी है ।