मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव के दौरान सरधना को लेकर पूर्व विधायक संगीत सोम और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के बीच का विवाद अब मंच से उतरकर सड़कों पर आ गया है। दोनों नेताओं के बीच में आरोप -प्रत्यारोप का दौर जारी है। दोनों के बयानों को लेकर राजनीतिक गुणा-भाग करने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। लोग यह आकलन लगाने में जुट गए हैं कि इन बयानों से प्रदेश में चुनावी हवा का रुख किधर जाएगा।आगामी आम चुनाव 2024 को देखते हुए सीएम योगी ने मेरठ के सरधना विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को एक रैली की । इसी मंच से भाजपा के नेता संगीत सोम ने मुजफ्फरनगर सीट से सांसद डॉ. संजीव बलियान पर एक ऐसा बयान दिया जो दोनों के बीच बढ़ते तकरार को आम चर्चा का विषय बना दिया है जब उन्होंने यह भी कह डाला कि उनकी हैसियत ऐसी नहीं कि उनका वैसा स्तर नहीं है कि वे उनसे बात करें।
भाजपा के फायर ब्रांड नेता और सरधना से रहे पूर्व विधायक संगीत सोम ने मुजफ्फरनगर सीट से सांसद डॉ. संजीव बालियान को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस बयान में कहा है कि उनका स्तर इतना नहीं है कि संजीव बालियान मुझसे बात भी कर सकें। आपको बता दें कि उनका ये बयान, मेरठ की सरधना विधानसभा में बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की जनसभा के संबोधन के बाद दिया था। मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव के दौरान सरधना को लेकर पूर्व विधायक संगीत सोम और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के बीच का विवाद अब सड़कों पर आ गया है। सीएम योगी की रैली के बाद सोम ने साफ कर दिया कि वो भाजपा का प्रचार करेंगे, लेकिन बालियान का नहीं। दोनों के बीच नाराजगी दूर करने को लेकर कहा कि ‘संजीव बालियान का स्तर नहीं मेरे से बात करने का, मैं गुंडों का सहारा नहीं लेता विकास की राजनीति करता हूं’। उधर, केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि ‘मैं किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करता’। दोनों के बयानों को लेकर राजनीतिक गुणा गणित तेज हो गई है। लोग यह आकलन लगाने में जुट गए हैं कि इन बयानों से चुनावी हवा का रुख किधर जाएगा।
वास्तव में मेरठ की सरधना विधानसभा सीट मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट का ही हिस्सा है। मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान को भाजपा ने लोकसभा 2024 में कैंडिडेट बनाया है। सरधना से भाजपा के टिकट पर विधायक रहे संगीत सोम 2022 में इस सीट से सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान से चुनाव हार गए थे। सोम के समर्थकों के अनुसार संजीव बालियान ने ही उन्हें चुनाव हरवाया है। वहीं , मुजफ्फरनगर से सांसद संजीव बालियान के समर्थकों का कहना है कि सोम उनके समर्थक अपनी हार का बदला लेना चाहते हैं और अपनी हार का कारण संजीव बालियान को ही मानते हैं। इसी का बदला लेने के लिए वो संजीव बालियान का चुनाव बिगाड़ रहे हैं। यहां तक कि वे ठाकुरों को भड़का रहे हैं कि वो लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान को वोट न दें।
कहा जा रहा है कि 2013 के मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के फायरब्रांड चेहरे रहे सुरेश राणा, संगीत सोम और चंद्रमोहन को हाशिए पर भेजे जाने से राजपूत समाज में नाराजगी है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, कैराना, मेरठ में पकड़ रखने वाले सुरेश राणा को बीजेपी ने बरेली मंडल की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं चंद्रमोहन को बागपत जिले का प्रभारी बनाया गया हैं, जो सीट बीजेपी के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के खाते में गई है। वेस्ट उत्तर प्रदेश में जो ठाकुर चौबीसी बीजेपी की जीत की कहानी लिखती थी। उसी ठाकुर चौबीसी ने बीजेपी के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। राजपूत समाज के इन बगावती तेवरों ने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट संजीव बालियान की मुश्किलें सबसे ज्यादा बढ़ा दी हैं।
ठाकुरों के नाराजगी को डैमेज कंट्रोल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरधना पहुंचे। सरधना मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र में आता है। जनसभा में मंच पर मुजफ्फरनगर से बीजेपी उम्मीदवार संजीव बालियान मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम समेत तमाम नेता मौजूद थे। ऐसा दावा किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में संगीत सोम को टिकट न मिलने पर ठाकुर समाज नाराज है। सभा में संगीत सोम जिंदाबाद के नारे खूब लगे। मंच पर बोलने आए संजीव बालियान का जबरदस्त विरोध हुआ। सभा में आए ग्रामीणों ने खूब विरोध किया। संजीव बालियान के भाषण देते समय ऊपर हाथ उठाकर विरोध किया। वह मुश्किल से 5 मिनट भी नहीं बोल पाए।