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LKO News: लखनऊ की तनुष्का बनीं भारतीय वायुसेना की पहली स्थायी जगुआर पायलट

भारतीय वायुसेना में एक नया इतिहास रचते हुए लखनऊ की बेटी तनुष्का सिंह को जगुआर फाइटर जेट की स्थायी पायलट के रूप में नियुक्त किया गया है। यह पहली बार है जब किसी महिला पायलट को जगुआर फाइटर जेट स्क्वाड्रन में स्थायी रूप से शामिल किया गया है।

परिवार की तीन पीढ़ियां देश सेवा में समर्पित

तनुष्का का परिवार सेना से गहरा संबंध रखता है। उनके दादा कैप्टन देवेंद्र बहादुर सिंह (सेवानिवृत्त) और पिता लेफ्टिनेंट कर्नल अजय प्रताप सिंह (सेवानिवृत्त) भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अब उनके परिवार की तीसरी पीढ़ी भी देश सेवा के इस गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ा रही है।

जगुआर स्क्वाड्रन में पहली स्थायी महिला पायलट

हालांकि पहले भी कुछ महिला पायलटों ने जगुआर फाइटर जेट उड़ाया है, लेकिन तनुष्का पहली महिला हैं जिन्हें स्थायी तौर पर इस स्क्वाड्रन में शामिल किया गया है। यह भारतीय वायुसेना के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और देशभर में महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी।

जगुआर: भारतीय वायुसेना का शक्तिशाली लड़ाकू विमान

जगुआर भारतीय वायुसेना के सबसे ताकतवर स्ट्राइक विमानों में से एक है। यह विमान अपनी सटीक हमले की क्षमता और उच्च तकनीकी विशेषताओं के लिए जाना जाता है। इस विमान को उड़ाने के लिए विशेष प्रशिक्षण और उच्च स्तर की तकनीकी दक्षता की आवश्यकता होती है।

परिवार और शहर में जश्न का माहौल

तनुष्का की इस उपलब्धि पर उनके परिवार और लखनऊ शहर में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस्माईलगंज प्रथम वार्ड के पार्षद मुकेश सिंह चौहान, रघुवीर सिंह परिहार, जे.पी. डिमरी, शिव मूर्ति मौर्या, राघवेंद्र त्रिपाठी और नृपेंद्र सिंह ने उनके दादा-दादी के घर जाकर उन्हें बधाई दी और इस उपलब्धि को पूरे शहर के लिए गर्व का क्षण बताया।

तनुष्का सिंह ने न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे लखनऊ और देश का नाम रोशन किया है। उनकी यह उपलब्धि देश की लाखों लड़कियों को प्रेरित करेगी कि अगर सपने बड़े हों और मेहनत पूरी हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। भारतीय वायुसेना में उनकी स्थायी नियुक्ति महिला सशक्तिकरण और सैन्य क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का एक और उदाहरण है।

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