प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रोजाना इसकी समीक्षा कर रहे हैं और अवस्थापना सुविधाओं से लेकर अन्य व्यवस्थाओं पर खुद नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक वीडियो में सीएम योगी ने महाकुंभ में अब तक किए गए कार्यों की प्रगति रिपोर्ट साझा की है।
अस्थाई और पक्के घाटों का निर्माण
सीएम योगी ने बताया कि महाकुंभ के लिए 12 किलोमीटर लंबे अस्थाई घाट तैयार हो चुके हैं, और कुछ अन्य घाटों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। अरैल की ओर एक स्थायी घाट का निर्माण तीन दिनों में पूरा हो जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
चेकर्ड प्लेट: साधुओं की समस्याओं का समाधान
महाकुंभ मेले में लगभग 530 किलोमीटर के क्षेत्र में चेकर्ड प्लेट बिछाई गई है। शुरुआत में, साधुओं ने चेकर्ड प्लेट को लेकर नाराजगी जताई थी, क्योंकि यह बेतरतीब तरीके से बिछाई गई थी और उबड़-खाबड़ होने के कारण पैरों और वाहनों को नुकसान पहुंच रहा था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस समस्या का समाधान कर दिया गया है। अब चेकर्ड प्लेट व्यवस्थित रूप से बिछाई गई है, जिससे साधुओं और अन्य श्रद्धालुओं को राहत मिली है।
शुद्ध पेयजल और अवस्थापना सुविधाएं
शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 450 किलोमीटर क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाई गई है। इसके अलावा, अन्य अवस्थापना सुविधाओं की तैयारियां भी अपने अंतिम चरण में हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया है कि मेले से जुड़ी सभी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा।
महाकुंभ मेला भारत का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में प्रयागराज में आयोजित होता है। गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु यहां जुटते हैं। इस आयोजन के महत्व को ध्यान में रखते हुए राज्य और केंद्र सरकारें इसे भव्य और सुव्यवस्थित बनाने में जुटी हैं।
महाकुंभ 2025 के लिए किए जा रहे प्रयास और व्यवस्थाएं न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्रदान करेंगी, बल्कि इस आयोजन को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में भी सहायक होंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयास है कि हर समस्या का समय पर समाधान किया जाए, ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के मेले का हिस्सा बन सकें।