उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 15 आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया। इनमें 2 डीआईजी और 13 एसपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। सात जिलों — झांसी, महोबा, बांदा, सीतापुर, पीलीभीत, फर्रुखाबाद और कानपुर देहात — के एसपी बदले गए हैं।
सीतापुर SP चक्रेश मिश्रा हटाए गए, पत्रकार हत्या मामले से जुड़ा मामला
सीतापुर के एसपी चक्रेश मिश्रा को उनके पद से हटा दिया गया है। यह कदम पत्रकार हत्याकांड के खुलासे में देरी और पुलिस पर उठे सवालों के बाद उठाया गया। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई मामले की गंभीरता और प्रशासनिक जवाबदेही को ध्यान में रखते हुए की गई है।
तीन साल बाद मेनस्ट्रीम में लौटे अभिषेक यादव
अभिषेक यादव की मुख्यधारा में तीन साल बाद वापसी हुई है। उन्हें प्रयागराज रेलवे एसपी से हटाकर पीलीभीत का एसपी बनाया गया है। 2012 बैच के आईपीएस अभिषेक यादव मथुरा, मऊ और मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में एसएसपी रह चुके हैं। 2022 में मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ के बाद उन्हें हटा दिया गया था।
आरती सिंह और प्रबल प्रताप को पहली बार कप्तानी मिली
इस फेरबदल में दो अफसरों को पहली बार एसपी की कमान मिली है:
तेजतर्रार अफसर पलाश बंसल बने बांदा के एसपी
महोबा के एसपी पलाश बंसल को अब बांदा का नया कप्तान बनाया गया है। वे पहले अलीगढ़ और अयोध्या में ट्रेनी आईपीएस रह चुके हैं। उनकी गिनती सक्रिय और तेज़तर्रार अफसरों में होती है। महोबा से बड़े और अधिक थानों वाले जिले बांदा में उनकी तैनाती एक बड़ी जिम्मेदारी मानी जा रही है।
दो महत्वपूर्ण ट्रांसफर: सुधा सिंह और अविनाश पांडेय
1. सुधा सिंह: झांसी की एसएसपी रह चुकी सुधा सिंह को प्रमोशन के चार महीने बाद पहली बार DIG रेलवे की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
2. अविनाश पांडेय: पीलीभीत के पूर्व एसपी रहे अविनाश पांडेय को हटाकर एसएसएफ का सेनानायक नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ अफसरों से मतभेद और शिकायतें उनके तबादले की वजह बनीं।