बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर देशभर में दलितों पर हुए हमलों को लेकर केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि “सरकारें सिर्फ दिखावा कर रही हैं, असल में दलितों की सुरक्षा और सम्मान के लिए कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही।”
मुरैना घटना को बताया ‘अति-निंदनीय’
मायावती ने मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की घटना का जिक्र करते हुए उसे “अति-निंदनीय” बताया। उन्होंने कहा कि वहां अंबेडकर जयंती के जुलूस पर हमला हुआ, जिसमें एक दलित युवक की हत्या हो गई और कई लोग घायल हुए। इसके बावजूद, दोषियों पर कोई कड़ी कार्रवाई अब तक नहीं की गई है, जो दर्शाता है कि सरकार की मंशा कितनी कमजोर है।
“बाबा साहेब का नाम सिर्फ वोट के लिए लिया जाता है”
मायावती ने सरकारों पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा, “दलितों के वोट के लिए बाबा साहेब अंबेडकर का नाम लिया जाता है, लेकिन उन्हें और उनके अनुयायियों को सम्मान नहीं दिया जाता।” उन्होंने कहा कि समाज को ऐसी दिखावटी नीतियों वाली सरकारों से सतर्क रहना चाहिए और समय आने पर जवाब देना चाहिए।
चेतावनी: “दलित समाज माफ नहीं करेगा”
मायावती ने सरकारों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी: “अगर इन घटनाओं को सरकारों ने गंभीरता से नहीं लिया, तो दलित समाज उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।” उन्होंने कहा कि दलितों को अब अपने सम्मान और अधिकारों के लिए सतर्क रहना होगा और ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।