मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर सेवानिवृत्ति वरिष्ठ अधिकारियों और शिक्षाविदों के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने सेवानिवृत्त अफसरों और शिक्षाविदों की 42 सदस्यीय टीम का गठन किया है. यह टीम विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में जाएगी और युवाओं को प्रदेश में निवेश और रोजगार से संबंधित जानकारी देगी. दरअसल 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की औद्योगिक परियोजनाओं की एक साथ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से पहले सेवानिवृत्त अधिकारियों और वरिष्ठ शिक्षाविदों का समूह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 और जीबीसी 4.0 के विविध आयामों से युवाओं का परिचय करायेगा. बता दें कि इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 12 भारतीय पुलिस सेवा के 4 और भारतीय वन सेवा के 7 अधिकारियों तथा 19 शिक्षाविदों की 42 सदस्यीय टीम गठित की है. आगामी 17 और 18 फरवरी को यह टीम अलग-अलग विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में युवाओं से संवाद कर नौकरी, रोजगार और सेवायोजन से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी.
इस क्रम में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले साल 10-12 फरवरी तक आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की अभूतपूर्व सफलता से आप सभी सुपरिचित हैं. लगभग 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव हमें प्राप्त हुए और अब एक साल के अंदर ही इन्हें जमीन पर उतारा जा रहा है. यह प्रदेश के समग्र विकास और हमारे युवाओं के नौकरी और सेवायोजन के लिए अत्यंत लाभकारी होगा. आप सभी प्रदेश की इस सफलता के साक्षी रहे हैं सहयात्री रहे हैं. उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं का प्रदेश है. देश और प्रदेश के समग्र विकास में हमें इन संभावनाओं को जमीन पर उतारना होगा. आप सभी के पास सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है. महत्वपूर्ण पदों पर दायित्व निर्वहन किया है. आपके इन अनुभवों से हमारे युवा लाभान्वित हों, इसके लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है.
इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जैसे प्रयास केवल उद्यमियों के लिए नहीं हैं, अपितु इसके केंद्र में हमारा युवा वर्ग है. इसका सबसे ज्यादा लाभ युवाओं को ही होगा. उद्योग लगेंगे तो रोजगार के अवसर मिलेंगे और इसका सीधा लाभ हमारे युवा को होगा. हम अपने युवाओं का कौशल उन्नयन भी कर रहे हैं और उनके लिए रोजगार के अवसर भी बना रहे हैं.