राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर कानपुर में नए संघ कार्यालय ‘डॉ. केशव भवन’ का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम कारवालो नगर में आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, वरिष्ठ पदाधिकारी और शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उद्घाटन के अवसर पर मोहन भागवत ने कहा, “इतनी भीड़ मैंने पहले कभी नहीं देखी। यह उत्सव का अवसर है, लेकिन इसका उद्देश्य समाज और राष्ट्र के लिए हमारे कार्य को और प्रभावी बनाना है।” उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य केवल संगठन नहीं, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र का उत्थान है।
हमने इतिहास से सीखा, अब समय है आगे बढ़ने का – भागवत
मोहन भागवत ने अपने भाषण में भारत के ऐतिहासिक संदर्भों पर भी बात की। उन्होंने कहा, “पिछले दो हजार वर्षों में समाज में स्वार्थ के कारण अनेक भेदभाव उत्पन्न हुए। इसका लाभ विदेशी आक्रांताओं ने उठाया और हमें लूटा व अपमानित किया।”
उन्होंने आगे कहा, “संघ का कार्य केवल हिंदू समाज नहीं, पूरे राष्ट्र के लिए है। भारत की परंपरा महर्षियों की है, जो अखंड और समावेशी है। आज जब भारत वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा प्राप्त कर रहा है, तो यह जिम्मेदारी हिंदू समाज की भी है कि वह अपने राष्ट्र को और सम्मान दिलाए।”
नया संघ कार्यालय – ‘डॉ. केशव भवन’
इस नए कार्यालय का नाम संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की स्मृति में रखा गया है। यह भवन शाखा गतिविधियों, सामाजिक सेवा, शिक्षा, राष्ट्रवादी विचारों के प्रचार और युवा मार्गदर्शन जैसे कार्यों का केंद्र बनेगा। संघ के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि यह केंद्र समाज के साथ गहरे जुड़ाव का माध्यम बनेगा और विभिन्न जनहित कार्यों को एक मंच पर लाने में सहायक होगा।
संघ की कानपुर में पुरानी मौजूदगी
कानपुर शहर में RSS की मजबूत उपस्थिति पहले से है। यहां कई शाखाएं नियमित रूप से संचालित होती हैं, जिनमें विभिन्न आयु वर्गों के स्वयंसेवक भाग लेते हैं। नया भवन इन गतिविधियों को और अधिक संगठित व प्रभावशाली बनाने का कार्य करेगा।
भविष्य की योजनाएं: शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर होगा जोर
मोहन भागवत ने युवाओं से संघ से जुड़ने और समाज सेवा में भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा कि संघ आने वाले समय में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में अपनी भूमिका और सशक्त रूप से निभाएगा। इस कार्यक्रम में संघ के वरिष्ठ प्रचारक अनिल जोशी, शरद कुलकर्णी समेत अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। आयोजन स्थल पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए थे और समापन सामूहिक प्रार्थना के साथ हुआ।