उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य क्षेत्र में निरंतर किए जा रहे सुधारों का असर अब प्रदेश की जनता के जीवन में स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रहे मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों ने आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में नई मिसाल कायम की है। इन मेलों में अब तक 13 करोड़ से अधिक मरीजों का सफल इलाज किया जा चुका है।
मुफ्त जांच, परामर्श और दवा से जनता को मिला लाभ
मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले राज्य के प्रत्येक जिले में आयोजित किए जा रहे हैं, जहां आम नागरिकों को मुफ्त जांच, परामर्श, इलाज और दवाइयों की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सेवाओं के चलते यह मेले आम लोगों में अत्यंत लोकप्रिय हो गए हैं। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के नागरिक बड़ी संख्या में इन मेलों में पहुंचकर इलाज करा रहे हैं।
राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जा रही डायग्नोस्टिक सेवाओं में सीटी स्कैन, एक्स-रे, ब्लड टेस्ट जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। अब तक 35 लाख से अधिक मरीज इन विशेष जांच सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं।
राज्य के सभी जिलों में मुफ्त डायलिसिस सेवा की शुरुआत
उत्तर प्रदेश सरकार ने गंभीर किडनी रोगियों के लिए भी राहत की पहल की है। राज्य के सभी 75 जिलों में मुफ्त डायलिसिस सेवा शुरू की गई है। यह सेवा गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है, क्योंकि निजी अस्पतालों में डायलिसिस की लागत आम लोगों की पहुंच से बाहर होती है। अब तक इस सेवा के तहत 30 हजार से अधिक मरीजों को लाभ मिल चुका है।
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता
सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के हर नागरिक तक गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाएं। मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले और विभिन्न निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी नागरिक इलाज से वंचित न रहे। इन पहलों से न केवल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ी है, बल्कि जनता का सरकार पर विश्वास भी मजबूत हुआ है।