नगर निगम मुरादाबाद स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 को लेकर कितना सजग है ये साबित होता है वार्ड 20 में लगे कूड़े के ढेर को देखकर। तस्वीरों में आप साफ देख सकते है कैसे नगर निगम ने ग्रीन बेल्ट में आने वाले इस बच्चा शमशान की जगह को कूड़े से ढेर से लेप दिया है। हद तो जब हो गई जब नगर आयुक्त के कहने पर इस वार्ड से कूड़े के डस्टबिन हटवा दिया गए।
अब स्थानीय लोग भी इसी शमशान की भूमि पर कूड़ा डालने लगे। लोगो का कहना है कि दिल्ली रोड को कांठ रोड से जोड़ने वाले इस लिंक रोड पर जब गुजरते है तो कूड़े की बदबू से निकलना दुभर हो जाता है। कई बार शिकायते भी की है लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। जबकि नगर निगम ने इसी ग्रीन बेल्ट के बराबर में कूड़ा निस्तारण प्लांट भी लगा रखा है। बावजूद इसके सफाई व्यवस्था और कूड़े के ढेर की बदबू से लोगो को जूझना पड़ रहा है।
एक तरफ नगर निगम शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे कर रहा है वही वार्डो में लगे कूड़े के ढेर नगर निगम की इस व्यवस्था की पोल खोल रहे है। हर साल सफाई व्यवस्था और कूड़ा निस्तारण के लिए करोड़ो रुपयों का बजट मिनी सदन में पास होता है लेकिन इन कूड़ो के ढेर को देखकर लगता है कि निगम के अधिकारी सिर्फ कागजों ने खानापूर्ति कर रहे है। उन्हें जनता के स्वास्थ्य की कोई परवाह नहीं है।
तेज तर्रार नगर आयुक्त इस समय नगर निगम की जमीनों को कब्जा मुक्त करने में लगे हैं। उन्हें टूटी सड़के, जल भराव, कूड़े के ढेर दिखाई नही दे रहे। या फिर देख कर नजर अंदाज कर दे रहे हैं। पब्लिक इसी सफाई व्यवस्था, नाली, साफ सड़कों के लिए इस विभाग को टैक्स देती है और उसी टैक्स से उनकी सैलरी निकलती है। फिर भी नगर आयुक्त और अधिनस्थ कर्मियों की आंखों पर पट्टी बंधी है।