उत्तर प्रदेश के योगी सरकार द्वारा, सड़कों के गड्ढा मुक्त दावे की पोल नगर पालिका उधेड़ने में लगी है! 3 साल के लंबित अंतराल के बाद भी सड़क का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है जिससे स्थानीय दुकानदार, निवासी और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सड़को पर बड़े-बड़े गड्ढे
उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में Yogi Sarkar के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है, यहां कई महत्वपूर्ण सड़को में बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं वहीं जिया से प्रशासन के अधिकारी आँखें मूँद कर नज़रअंदाज़ करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
3 साल से लंबित है सड़क का निर्माण
मुजफ्फरनगर में 3 साल के लंबे समय के बाद भी जानसठ फ्लाईओवर से लेकर गांधी कॉलोनी फ्लाईओवर तक सड़क का निर्माण नहीं शुरू हो पाया है इसी के साथ यहाँ की कई अहम सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों की वजह से स्कूली बच्चे, महिलाएं, दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहन चालक तक चोटिल हो रहे हैं । जब नगर पालिका के जाँच अधिकारी को इस संबंध में जानकारी दी गई तो आइओ(IO) महोदया का सिर्फ यही कहना है कि आपके द्वारा ये मामला हमारे संज्ञान में डाला गया है जल्द ही इसका निवारण कराया जाएगा।
दरअसल पूरा मामला मुजफ्फरनगर जनपद के थाना सिविल लाइन क्षेत्र अंतर्गत जानसठ फ्लाईओवर से लेकर गांधी कॉलोनी जेल फाटक तक के पास का बताया जा रहा है जहां जानसठ फ्लाईओवर से यह सड़क साई धाम, रोडवेज तिराहा, रेलवे स्टेशन रोड होते हुए सीधी गांधी कॉलोनी फाटक पर पहुंचती है। जिसमें पिछले तीन सालों से बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं और आए दिन यहां स्कूली बच्चे ,महिलाएं, पुरुष और दो पहियां वाहन चालक से लेकर चार पहियां वाहन सवार तक चोटिल हो रहे हैं।
लोगों को करना पड़ रहा है परेशानी का सामना
यहाँ के स्थानीय दुकानदारों सहित राहगिरो का कहना है कि काफी समय से इस मामले की शिकायत नगर पालिका, क्षेत्रीय विधायक, क्षेत्रीय सभासद, और केंद्रीय राज्य मंत्री तक को हम लोग कर चुके हैं। लेकिन यहां योगी सरकार के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारी सहित अन्य अधीनिस्थ अधिकारियों को सख्त आदेश है कि प्रदेश भर की सड़के गड्ढा मुक्त होनी चाहिए।
पर धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है। अब पीड़ित स्थानीय दुकानदार, राहगीर मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी, नगर पालिका अध्यक्ष सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस सड़क को बनाए जाने की गुहार लगा रहे हैं।
ऐसे प्रशासन के ज़िम्मेदार अधिकारी इन गड्ढों से हो कर आते-जाते तो हैं लेकिन रोड की दूर्दर्शा को अनदेखा कर देते हैं। ऐसी परिस्थिति को देखकर ये सवाल उठना लाजमी है कि आख़िर कब इन सड़को का मरम्मत कार्य होगा और कब यहाँ के स्थानीय लोग, राहगीर और दो पहिया व चार पहिया वाले लोगों को गड्ढों से छुटकारा मिलेगा।