महाशिवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इस वर्ष, नागा साधुओं को पहले दर्शन का अवसर मिलेगा, जिसके चलते आम श्रद्धालुओं की कतार को कुछ समय के लिए रोका जा सकता है।
नागा साधुओं को मिलेगी प्राथमिकता
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने महाशिवरात्रि की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने जानकारी दी कि 26 फरवरी को बड़ी संख्या में अखाड़ों के नागा साधु बाबा के दर्शन करने पहुंचेंगे। इसलिए, जब तक वे पूजा-अर्चना पूरी नहीं कर लेते, तब तक आम भक्तों की एंट्री अस्थायी रूप से रोकी जा सकती है।
बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए विशेष अपील
मंदिर प्रशासन ने बुजुर्गों और दिव्यांगों से अनुरोध किया है कि वे लंबी कतारों में न लगें और घर से ही बाबा के लाइव दर्शन करें। महाशिवरात्रि पर भीड़ अत्यधिक होने के कारण बुजुर्ग और दिव्यांगों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए उन्हें ऑनलाइन माध्यम से बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने की सलाह दी गई है।
फरवरी में टूटा भक्तों की संख्या का रिकॉर्ड
इस वर्ष फरवरी के पहले 18 दिनों में 1.03 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन किए। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के सावन माह से भी दोगुना है। 2024 में सावन के पूरे महीने में 58 लाख भक्तों ने दर्शन किया था, जबकि इस साल फरवरी के महज 18 दिनों में ही यह संख्या करोड़ के पार पहुंच गई।
महाशिवरात्रि पर होगा भव्य आयोजन
महाशिवरात्रि के दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना, रुद्राभिषेक और महाआरती का आयोजन किया जाएगा। इस दिन लाखों भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे, जिससे मंदिर परिसर में अद्भुत आध्यात्मिक माहौल बनेगा। मंदिर प्रशासन ने भक्तों से संयम और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है, ताकि सभी को सुगम दर्शन का अवसर मिल सके।